सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा अपने बड़े बेटे एचडी रावन्ना को कर्नाटक का उपमुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने आगे बढ़कर जेडीएस को ना सिर्फ समर्थन किया था, बल्कि कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद भी ऑफर किया था. देवगौड़ा के इस मांग के बाद जेडीएस और कांग्रेस पार्टी के बीच पेच फंसता दिख रहा है. दूसरी तरफ कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी बहुमत से महज सात सीट दूर है.
विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. इससे पहले कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के लिए चिंता बढ़ाने वाली खबर उस समय भी आई, कांग्रेस की बैठक से 25 विधायक नदारद रहे. वहीं नवनिर्वाचित एमबी पाटिल कांग्रेस की बैठक छोड़कर बाहर आ गए थे. एमबी पाटिल ने दावा किया है कि कांग्रेस के और भी छह विधायक उनके साथ हैं. जरूरत पड़ने पर वे छह विधायक भी कांग्रेस छोड़ देंगे.
उधर, जेडीएस की बैठक में भी 2 नवनिर्वाचित विधायक नहीं पहुंचे हैं. जेडीएस की बैठक में नहीं पहुंचने वाले विधायकों में राजा वेकंटप्पा और वेंकट राव हैं. कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 पर चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 38 और को दो सीटें मिली हैं. चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस इस बात से खुश है कि बीजेपी को कर्नाटक में बहुमत नहीं मिला.
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