पाकुड़ : लकड़ी तस्करों के लिए सेफ जोन बना हिरणपुर वन क्षेत्र
सिटी पोस्ट लाइव : हिरणपुर वन क्षेत्र लकड़ी तस्करों के लिए सेफ जोन बन गया है। इलाके में सक्रिय लकड़ी तस्कर रात के अंधेरे में पेड़ों की कटाई कर उसे पश्चिम बंगाल के इलाके में बेच दिया करते हैं। फलस्वरूप वनों के अस्तित्व पर ही खतरा उत्पन्न हो गया है। हिरणपुर के सिमलढाव वन क्षेत्र में वनों की अंधाधुंध कटाई के चलते यहां पेड़ों की संख्या काफी कम हो गई है। पश्चिम बंगाल की सीमा से नजदीक के चलते लकड़ी तस्करों की सक्रियता इस क्षेत्र के पोखरिया, सिमलढाव आदि क्षेत्रों में बनी हुई है। जो विभागीय लोगों की सांठ-गांठ से रात के अंधेरे में वाहनों के जरिए पश्चिम बंगाल पहुंचा दिया करते हैं। इसके अलावा प्रखंड के कालाझोर, तुरसाटोला, टुगुटोला, सुगाडीह, भंडारो के जंगलों में भी तस्करों की सक्रियता बनी हुई है। तस्कर लकड़ी लेकर छोटामोहलान, खूंटामारा, सिलकुट्टी आदि ग्रामीण रास्तों से होकर पश्चिम बंगाल के बोहड़ागाछी पहुंचा देते हैं। इसमें उन्हें स्थानीय लोगों का भी भरपूर सहयोग मिलता है। इसके एवज में उन्हें भी अच्छी खासी रकम मिल जाती है। इस संबंध में वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रेमजीत आनंद ने कहा कि हमारी तैनाती ही वनों की सुरक्षा के लिए हुई है। हम आए दिन लकड़ी तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते रहते हैं। विभागीय लोगों की सांठ-गांठ अथवा उनके द्वारा तस्करों को संरक्षण देने की जानकारी मिलेगी तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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