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बालिका गृह यौन उत्पीड़न:नहीं हुआ नेताओं का नाम उजागर ,उठने लगी न्यायिक जांच की मांग

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नेताओं के इस मामले में चुप्पी साधने पर भी लोगों ने सवाल खड़े किये हैं.संस्था के सदस्यों ने इस सेक्स स्कान्दले  शामिल नेताओं  नाम का खुलासा करने की मांग करते हुए  सवाल  किया कि आखिर लड़कियों का यौवन शोषण करनेवाले कौन ऐसे बड़े नेता हैं,जिंक नाम पुलिस सामने लाने से डर रही हैं. 

सिटी पोस्ट लाईव ;बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड में कई नेताओं के शामिल होने का खुलासा होने के वावजूद उनके नाम उजागर नहीं किये जाने को लेकर बिहार की राजनीति गर्माने लगी है.विपक्ष के बाद अब सामाजिक संस्थाओं ने इस मामले की न्यायिक मांग तेज कर दी है. स्वराज अभियान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय के समक्ष धरना देकर इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है.आम आदमी परी के बिहार प्रभारी संजय सिंह ने भी सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मामले की न्यायिक जांच की मग की है.डीएम दफ्तर के बाहर धरना दे रहे लोगों ने सरकार और प्रशासन पर मामले की लीपापोती करने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह प्रशासन और सरकार के संरक्षण में चलने वाले बालिका गृह में यौन उत्पीड़न की इतनी बड़ी घटना हुई है. ऐसा लग रहा है कि इस मामले के तार कई जिलों में भी फैला हुआ है. नेताओं के इस मामले में चुप्पी साधने पर भी लोगों ने सवाल खड़े किये हैं.संस्था के सदस्यों ने इस सेक्स स्कान्दले  शामिल नेताओं  नाम का खुलासा करने की मांग करते हुए  सवाल  किया कि आखिर लड़कियों का यौवन शोषण करनेवाले कौन ऐसे बड़े नेता हैं,जिंक नाम पुलिस सामने लाने से डर रही हैं.

डीएम को दिये ज्ञापन में स्वराज अभियान से जुड़े समाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि इस मामले को दबाने की कौशिश की जायेगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. गौरतलब कि इस मामले में अब तक ब्रजेश ठाकुर समेत 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि कई लोग फरार हैं. उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी कर चुके हैं कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड में जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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