सिटी पोस्ट लाइव : रविवार की सुबह सिटीपोस्ट द्वारा बक्सर में डीसीएलआर के पद पर पदस्थापित एडीएम रैंक के अधिकारी राजेश कुमार को पटना में एक टीटीई द्वारा वगैर किसी टिकेट के ट्रेन में सफ़र करने के आरोप में पकडे जाने की खबर जनता तक पहुंचाने के बाद प्रशासनिक महकमे में तो खलबली मची ही है साथ ही रेलवे महकमे में भी उस टीटीई की खोज तेज हो गई है जिसने वगैर टिकेट में ट्रेन में सफ़र करनेवाले इतने बड़े अधिकारी से टिकेट मांगने की न केवल हिम्मत दिखाई बल्कि भागने की कोशिश कर रहे एडीएम को कैमरे के सामने अपने दफ्तर तक जाने के लिए मजबूर कर दिया. हर जगह उस टीटीई की बहादुरी की तारीफ़ हो रही है. लेकिन वह टीटीई कौन है, उसका नाम क्या है, उसने एडीएम साहब को पकड़ने के बाद उनके साथ क्या किया, फाइन के साथ टिकेट बनवाने को मजबूर कर दिया या फिर उसने भींगी बिल्ली बने और मेमने की तरह अपने आगे मेमिया रहे एडीएम के पर दया आ गई और उसने उन्हें बक्श दिया, अभीतक कुछ भी पता नहीं चल पाया है.
अपने साथी की बहादुरी से सभी टीटीई का हौसला बढ़ा हुआ है. उनका कहना है कि आये दिन अधिकारियों और उनके रिश्तेदार बिना टिकेट के किसी भी ट्रेन में घुस जाते हैं.टिकेट मांगने पर दादागिरी करते हैं. रेलवे के एक बड़े अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि किस टीटीई ने एडीएम को पकड़ा और उनके साथ क्या किया ,इस बात की जांच की जा रही है. लेकिन एडीएम के साथ बहादुरी दिखानेवाला टीटीई अभीतक सामने आने को तैयार नहीं है. इस अधिकारी के अनुसार अगर उसने कानूनी कारवाई की है तो ईनाम का हकदार है और यदि उसने बाद में दया करके एडीएम को वगैर फाइन किये छोड़ दिया तो सजा का हकदार होगा .
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