सिटी पोस्ट लाइव, दुमका: भारतीय स्टेट बैँक की शिकारीपाड़ा शाखा में बड़े घोटाले की बात सामने आई है। शुक्रवार को प्रबंधक मनोज कुमार 10.50 लाख रुपया लेकर फरार हो गए। वहीं एक ग्राहक के लोन खाते से भी करीब 86 लाख की गड़बड़ी हुई है। आरएम के निर्देश पर एक टीम जांच के लिए गई है। आरएम ने मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। एसबीआइ की टीम मामले की जांच कर रही है। शिकारीपाड़ा प्रखंड के पलासी गांव के रहने वाले पिंटू दत्ता ने भारतीय स्टेट बैंक शिकारीपाड़ा शाखा से एक लाख रुपया का ऋण लिया था।
31 जुलाई को उसके लोन खाते में 27 लाख रुपया और दो घंटे के बाद उसकी निकासी भी हो गई। एक सितंबर को फिर उसके खाते में 27, 27 और 32 लाख यानी कुल 86 लाख रुपया आया और दो घंटे के बाद निकासी भी हो गया। पिंटू ने बताया कि पैसा आने का कोई मैसेज नहीं आया लेकिन निकासी का मैसेज आना के बाद डर लगा। दो सितंबर को प्रखंड परिसर में रहने वाले बैंक प्रबंधक मनोज कुमार को सारी जानकारी दी। लेकिन उन्होंने सर्वर न होने की बात कहकर टाल दिया। तीन सितंबर को शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन को आवेदन दिया। उन्होंने एक पुलिस पदाधिकारी को जांच के लिए भेजा लेकिन प्रबंधक ने सर्वर डाउन होने का हवाला देकर वापस भेज दिया। चार सितंबर की सुबह प्रबंधक ने चेस्ट से 10.50 लाख रुपया निकाला और कैशियर से देर से आने की बात कहकर निकल गया। उसने अपना मोबाइल भी आफ कर लिया।
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बैंक प्रबंधक के पैसों के साथ गायब होने की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय कार्यालय गोडडा रेंज के आरएम ने दुमका के मैनेजर को शिकारीपाड़ा जाकर मामले की जांच करने का निर्देश दिया। अभी इस संदर्भ में स्थानीय स्तर पर कोई पदाधिकारी कुछ भी बोलने को अभी तैयार नहीं है। शिकारीपाड़ा थाना में प्रबंधक के रुपया लेकर भागने के संबंध में मामला दर्ज कराने पहुंचे थे। दस लाख लेकर भागने की बात नहीं पता है। इतना पता है कि किसी ग्राहक खाते में 57 लाख रुपया और कुछ देर बाद निकासी भी हो गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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