55 करोड़ के टैक्स का गबन करने वाली कंपनी का पता निकला फर्जी
राज्य आयकर आयुक्त ने रामगढ़ थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी
55 करोड़ के टैक्स का गबन करने वाली कंपनी का पता निकला फर्जी
सिटी सिटी लाइव, रामगढ़: रामगढ़ जिले में स्टील ट्रेडर्स की एक ऐसी कंपनी है, जिसने 55 करोड की टैक्स का गबन कर लिया। सबसे बड़ी बात यह है कि यह कंपनी कहां काम कर रही है, इसका पता इनकम टैक्स अधिकारियों तक को नहीं चल पा रहा है। फर्जी पते के आधार पर करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन लगातार हो रहा है। यहां तक की इस फर्जी कंपनी का मोबाइल नंबर भी दो अन्य कंपनियां अपने जीएसटी बिल के लिए कर रही हैं। इस पूरे मामले का खुलासा राज्य कर आयुक्त सारिका भगत ने किया है। उन्होंने मां भवानी ट्रेडर्स गोडियारीबाग की मालकिन सरिता देवी पति मनोरंजन कुमार के खिलाफ रामगढ़ थाने में गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज कराई है। कर आयुक्त सारिका भगत ने बताया कि मां भवानी ट्रेडर्स स्टील के खरीद बिक्री कारोबार का काम करती है। इसने अगस्त से अक्टूबर 2019 तक का टैक्स जमा नहीं किया था। इनके द्वारा विभाग में जमा किए गए दस्तावेजों में रामगढ़ शहर के गोडियारीबाग का पता दिया गया, लेकिन जब विभाग ने वहां पर छापेमारी की तो पता चला कि इस नाम की कोई कंपनी ना तो यहां पर स्थापित है, और ना ही कोई कारोबार कर रही है।
उन्होंने बताया कि इस कंपनी ने अगस्त से लेकर अक्टूबर महीने तक में 55 करोड़ से अधिक का ई-वे बिल जारी किया है, लेकिन इस बारे में उन्होंने ना तो अपने रिकॉर्ड में ही कोई जिक्र किया है, और ना ही इसका कोई टैक्स ही उन्होंने जमा किया है। जांच के दौरान एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिसमें यह पता चला है कि यह कंपनी जिस दूसरे कंपनी से स्टील खरीदी थी, वह भी फर्जी ही है। सारिका भगत ने बताया कि सर्व श्री जन्नत स्टील एंड एलॉय ट्रेडर्स जमशेदपुर की कंपनी से 3 मई 2019 को मां भवानी ट्रेडर्स ने स्टील खरीदा था, लेकिन जन्नत स्टील एंड एलॉय के बारे में पता लगाया गया तो वह कंपनी कभी भी किसी दूसरी कंपनी से ना तो स्टील खरीदी है, और ना ही उसके पास मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है। इससे यह साबित होता है कि मां भवानी ट्रेडर्स दूसरों को आईटीसी का लाम देने के लिए सिर्फ पेपर पर यह कंपनी अपना काम कर रही है।
कर आयुक्त ने बताया कि इस कंपनी के जीएसटी पर जो मोबाइल नंबर है, उसका इस्तेमाल दो अन्य कंपनियां भी अपने जीएसटी के लिए इस्तेमाल कर रही हैं। इसमें त्रिवेणी इंटरप्राइजेज, झरिया और अंबिका इंटरप्राइजेज, जमशेदपुर शामिल है। मां भवानी ट्रेडर्स सिर्फ क्रय-बिक्री के लिए अपना पेपर इस्तेमाल कर रही है। जब उनके खाते का पता लगाया गया तो पता चला कि बोकारो के फेडरल बैंक में इनका खाता खुला हुआ है। विभाग ने तत्काल उनके बैंक खाते को सील कर दिया है। इसके अलावा उनके पैन कार्ड में दिए गए एड्रेस का पता लगाने के लिए भी रामगढ़ एसपी को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा उनके मोबाइल नंबर के आधार पर कार्रवाई करने के लिए भी रामगढ़ एसपी से रिपोर्ट मांगी गई है। मां भवानी ट्रेडर्स के खिलाफ वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम की धारा 132 के 1बी, सी, ई, और एफ के अलावा आईपीसी की धारा 420 व 471 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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