सिटी पोस्ट लाइव, जामताड़ा: जिला खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद ने रविवार को सदर प्रखंड स्थित रजिया नदी घाट से अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को जब्त किया तो बालू माफियाओं ने ग्रामीणों को भड़काकर पांच घंटे बंधक बनवा दिया। ग्रामीणों की मांग है कि हमें रोजगार नहीं मिलने के कारण ट्रैक्टर, ट्रक और हाइवा में बालू लदाई करते हैं। ग्रामीणों ने जिला खनन पदाधिकारी को रजिया नदी से सीधे गोलपहाड़ी स्थित एक पत्थर खदान में ले जाकर कहा कि हमलोगों को रोजगार चाहिए, अन्यथा पत्थर खदान को भी बंद करना होगा। बाद में बंधक बने जिला खनन पदाधिकारी ने मोबाइल फोन के माध्यम से उपायुक्त जटाशंकर चौधरी और एसपी अंशुमन कुमार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद एसडीपीओ अरविन्द कुमार उपाध्याय और प्रभारी अंचलाधिकारी केदार सिंह, टाउन इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इसी बीच ग्रामीणों ने कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को मौके पर बुला लिया। लंबी वार्ता के बाद तय हुआ कि ग्रामीणों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन कोई मामला दर्ज नहीं करेगा और तत्काल प्रभाव से गोलपहाड़़ी पत्थर खदान को तीन दिनों तक बंद रखा जायेगा। जबकि पत्थर खदान जिला में खनन विभाग को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला लीजधारक है। इसके बाद में ग्रामीणों ने जिला खनन पदाधिकारी को मुक्त कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि बराकर नदी के चलना घाट और बैजड़ा घाट से अवैध बालू ढुलाई अगर जारी रहेगा तो रजिया नदी से भी अवैध बालू उठाव कार्य करने देना होगा। उल्लेखनीय है कि एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने विगत एक जून से आगामी 15 अक्टूबर तक पूरे देश में नदी घाटों से उत्खनन कार्य बंद कर दिया है। इसके बावजूद जामताड़ा और धनबाद जिले की सीमावर्ती रजिया दनी एवं बराकर नदी के लगभग आधा दर्जन घाटों से प्रत्येक दिन सैकड़ों ट्रक एवं ट्रैक्टरों पर बालू लादकर धनबाद के मंडियों में बेचा जाता है।
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