सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुमार अजिताभ बैंगलुरू से 18 दिसंबर 2017 की शाम गायब हो गए थे.अजिताभ के परिजनों का कहना है कि बेगलुरु पुलिस की जांच में खोट ही खोट है.अगर यह मामला पटना के एसएसपी मनु महाराज के हाथ में होता तो उनका बेटा कबका घर आ गया होता.
सिटी पोस्ट लाईव ;राजधानी के कदमकुआं के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुमार अजिताभ के अपहरण के सात महीने बाद भी बैंगलुरू पुलिस का हाथ खाली है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुमार अजिताभ बैंगलुरू से 18 दिसंबर 2017 की शाम गायब हो गए थे.अजिताभ के परिजनों का कहना है कि बेगलुरु पुलिस की जांच में खोट ही खोट है.अगर यह मामला पटना के एसएसपी मनु महाराज के हाथ में होता तो उनका बेटा कबका घर आ गया होता. पटना के कदमकुआं में रहने वाले अजिताभ के पिता अशोक कुमार सिन्हा अब पटना एसएसपी मनु महाराज से मिलकर बेंगलुरु से गायब अपने बेटे की बरामदगी के बारे में सलाह मशविरा करेगें..
व्हाइट फिल्ड थाने की पुलिस और बैंगलुरू सीआईडी की जांच में यह बात सामने आई कि अजिताभ ओएलएक्स के ग्राहक से मिलने शाम के समय निकले थे.अशोक सिन्हा ने बैंगलुरू पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री ऑफिस को पत्र लिखा है और मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.पिता ने कहा कि जो भी मेरे बेटे को ढूंढकर लाएगा उसे इनाम में 10 लाख का नगद दूंगा .अशोक सिन्हा ने बताया कि उनके बेटे का चयन आईआईएम कोलकाता में एमबीए के लिए हो गया था. उसे तत्काल साढ़े चार लाख रुपए की आवश्यकता थी और वह वह अपनी कार 10 लाख 80 हजार रुपए में बेचना चाहता था. इसके लिए उसने ओएलएक्स पर विज्ञापन भी डाला था.18 दिसंबर की शाम को उसे एक ग्राहक ने फोन कर बैंगलुरू के बाहरी इलाके में बुलाया .वह लगभग साढ़े छह बजे घर से निकला था.
अशोक ने बताया कि जांच में जुटी पुलिस ने उस मोबाइल फोन बरामद कर लिया, जिससे अजिताभ को फोन किया गया था.अनुसंधान में इतनी बात सामने आने के बाद बैंगलुरू पुलिस और वहां की सीआईडी अब तक आगे नहीं बढ़ सकी है. अपराधी अब भी गिरफ्त से बाहर हैं और उनके बेटे का कोई सुराग नहीं मिल सका है.बैंगलुरू पुलिस की जांच पर पिता ने कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सही तरीके से ओएलएक्स के डेटा की स्क्रूटनी नहीं की.जिस मोबाइल दुकानदार ने फर्जी आईकार्ड पर उस अपराधी को मोबाइल बेचा था उसपर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि अपराधियों ने उनके बेटे के गुगल मैप के हिस्ट्री को शेयर किया था इसके बाद भी पुलिस अपराधी तक नहीं पहुंच सकी है. पिता ने बैंगलुरू हाईकोर्ट में इसको लेकर अपील की है. पिता का कहना है कि अपराधी हाईटेक है और इस मामले को अब सीबीआई ही सुलझा सकती है.
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