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दरभंगा में नवजात बेटी को दुसरे की गोद में छोड़ पानी पीने के बहाने भाग गई मां

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सिटीपोस्टलाईव,दरभंगा : दरभंगा के लहेरियासराय थाना से 10 कदम की दुरी पर सड़क किनारे कोहराम मचा है.एक  महिला पानी पीने के बहाने अपनी दुधमुंही बिटिया को एक दूसरी महिला की गोद में डालकर फरार हो गई है.सैकड़ों लोग इस नन्हीं सी मासूम को देखने के लिए उमड़ चुके हैं.बिटिया अपनी मां की गोद को पहचानती है ,इसलिए वह रोये जा रही है.लोग उसे किसी तरह से चुप कराने में जुटे हैं.जिस महिला की गोद में यह बिटिया है ,उसकी चिंता भी लोग कर रहे हैं.कोई बिटिया के लिए दूह ला रहा है तो कोई बिटिया को धुप में लेकर उसकी माता के आने का इंतज़ार कर रही महिला के लिए इस गर्मी में कोल्ड ड्रिंक और बिसलेरी का बोतल ला रहा है.

सरकार बिटिया बचाओ,बिटिया पढाओ अभियान देश भर में चला रही है.इस योजना पर अरबो खराबो खर्च हो रहा है .लेकिन नतीजा वहीं ढाक के तीन पात की कहावत को चरितार्थ कर रहा है.बिटिया बचाओ,बिटिया पढाओ का सच बुधवार को दरभंगा में दिखा.यहाँ वैसे तो पिछले एक महीने में दो से ज्यादा नवजात बेटियों की लाशें अस्पतालों के बाहर मिल चुकी है.लेकिन बुधवार को जब एक माता अपनी बिटिया को मार नहीं पाई तो उसने नया तरकीब अपनाया.पानी पीने के बहाने अपनी नवजात बिटिया को पास खड़े एक महिला की गोद में दल दिया.यह बोलकर गई कि पानी पीकर वह आ रही है.लेकिन फिर वह कभी लौटी नहीं.महिला इस नवजात बिटिया को उसकी माता को सौंपने के लिए घंटो इंतज़ार करती रही.जब नवजात बेटी को छोड़कर माता के भाग जाने की खबर आई तो लोग उसे देखने के लिए उमड़ पड़े.

दरभंगा के लहेरियासराय थाना से महज  10 कदम की दूरी  पर सड़क किनारे यह घटना घटी.अपनी नवजात बची को छोड़कर मां के भाग जाने की खबर शहर में जंगल की आग की तरह फ़ैल गई.लोगों की भीड़ जमा हो गई .सब लोग इस बिटिया की देखरेख में जुट गए.कोई सके लिए दूध तो कोई उसे संभाल रही महिला के लिए कोल्ड ड्रिंक्स और बिसलेरी का बोतल ला रहा था.लेकिन सबके जेहन में एक ही सवाल था.इस बिटिया का क्या होगा ?

जब नवजात बच्ची की मां नहीं पहुँची तो लोग लहेरियासराय थाने पहुंचे.वहां पुलिस ने मामला दर्ज करने से मन कर दिया.फिर लोग महिला थाणे पहुंचे. सामाजिक कार्यकर्ता टाटा इंस्टिट्यूट मुम्बई के कार्यकर्त्ता बच्ची मदद के लिए सामने आये.बची की जिम्मेवारी उठाने वालों को  विशेष सहायता देने की पेशकश की.लेकिन इसके वावजूद कोई इस बची को अपनाने को तैयार नहीं था.लोग इस बच्ची को लेकर ऐसे सख्श की तलाश कर रहे थे जो इसे अपना ले. दरभंगा के सैदनगर काली स्थान की रहने वाली काली देवी को जब इस बच्ची को माता द्वारा छोड़ दिए जाने की खबर मिली,वह तुरत पहुँच गई .उसने बच्ची को अपनी गोद में ले लिया और कहा -“मैं बनूंगी इसकी माता .काली देबी ने सिटीपोस्टलाईव के संवाददाता को बताया कि उसकी शादी के 15 साल हो गए.उसे कोई संतान नहीं हुआ.वह इस बच्ची को अपनाने के लिए तैयार है.लोगों ने इस बच्ची को उसे सौंप दिया.

खेल तमाशा ख़त्म हो गया.काली देबी इस बच्ची को गोद में लेकर रिक्शा पर सवार होकर अपने भाग्य पर इठलाती अपने घर के लिए निकल गई.इस नवजात बच्ची को एक माता तो मिल गई .लेकिन एक बड़ा सवाल छोड़ गई है क्या इसी तरह से हमारी बेटियां बचेगीं ,पढेगी और आगे बढेंगी ? गौरतलब है कि यह बच्ची तो जिन्दा बाख गई.इसके पहले पिछले दो सप्ताह के अन्दर दरभंगा के हराही तालाब में दो नवजात बेटियों की क्षत विक्षत लाशें मिल  चुकी हैं.

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