एशिया की सबसे बड़ी ट्यूमर सर्जरी कर डॉक्टरों ने बनाई एशियाई बुक ऑफ रिकार्ड्स
सिटी पोस्ट लाइव : तमिलनाडु के उंटी की रहने वाली वसंता एक खेतिहर मजदूर है। वह पिछले कई महिनों से पेट के दर्द, और पेट के बढते आकार से परेशान थीं, उन्हे सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी, जब पीङा असह्यनीय हो गई तब उन्होंने लोकल डॉक्टर से संर्पक किया, लोकल डॉर्क्टस ने जांच के दौरान पाया कि उन्हें ओवेरी ट्यूमर है, लेकिन उन्होंने सर्जरी करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि अगर सर्जरी की गई तो उनके जीवित बचने की संभावना बहुत कम होगी। असह्यनीय पीङा के साथ जीने को मजबूर वसंता को किसी ने कोयंबतूर स्थित एक हॉस्पिटल के बारे में बताया, जहां उनका ईलाज डॉक्टरों की एक टीम के द्वारा की गई।
डॉक्टरों की इस टीम में डॉ सेंथिल कु, डॉ सतीश कु, डॉ पियूष और डॉ अनिता शामिल थीं। डॉक्टरों ने गहन एवं विस्तृत जांच के बाद पाया कि उनके पेट में एक बहुत बङा ट्यूमर है, जिसने पूरे पेट पर कब्जा कर लिया है और इसके कारण शरीर के निचले हिस्से में खून की आपूर्ति करने वाले नसों पर अतिरिक्त दवाब पर रहा है, जिसके कारण रोगी के शरीर में अन्य समस्याऐं उत्पन्न हो रही हैं। रोगी को इन समस्याओं से निजात दिलाने का मात्र एक ही विकल्प था शल्य चिकित्सा।
लगभग 3 घंटे के सर्जरी के उपरान्त रोगी के शरीर से ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया। निकाले गये ट्यूमर का वजन 33.5 किलोग्राम था। डार्क्टस बताते हैं कि जब बसंता ईलाज के लिए उनके पास आई थी उस समय उनका वजन 75 किलोग्राम था, जो कि सर्जरी के बाद घटकर 41 किलोग्राम हो गया। वसंता अब स्वस्थ है, सर्जरी के तीसरे दिन उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गयी।
गौरतलब है कि वजन के लिहाज से यह भारत हीं नहीं बल्कि विश्व में अब तक का सबसे भारी ओवेरी ट्यूमर है, जो कि अपने आप में एक विश्व किर्तिमान है। डॉक्टरों को भारतीय बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं एशियाई बुक ऑफ रिकार्ड्स से प्रमाणिकता पहले हीं मिल चुकी है, अब इन्होंने इसे वर्ल्ड एवं गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस को मंजूरी के लिए भेजा है। भारत में अब तक अधिकतम 20 किलोग्राम भार वाले ट्यूमर को दिल्ली के एम्स और पुदुच्चेरी में सर्जरी के द्वारा सफलतापूर्वक निकाला गया था।
अनुराग मधुर, मुंगेर
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