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आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग की बच्चियों को हुनरमंद बना रोजगार देना लक्ष्य : रघुवर दास

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आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग की बच्चियों को हुनरमंद बना रोजगार देना लक्ष्य : रघुवर दास

सिटी पोस्ट लाइव, सरायकेला: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समुदाय की बच्चियों के सशक्तिकरण, उनका आर्थिक स्वावलंबन एवं हुनरमंद बनाकर रोजगार से आच्छादित करना सरकार का लक्ष्य है। दास ने कहा कि आपको हुनरमंद बनाने का कार्य योजना के तहत हो रहा है। राज्य में तीन मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। दो मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं। विभिन्न जिलों के सदर अस्पताल का विस्तारीकरण किया जा रहा। ऐसे में हमें कुशल मानव संसाधन की जरूरत होगी। यहीं आपको रोजगार प्राप्त होगा। क्योंकि नर्स की मांग सभी मेडिकल कॉलेज/हॉस्पिटल और सदर अस्पताल में होगी। निजी क्षेत्र में भी अस्पताल खुल रहें हैं। जहां आपकी जरूरत होगी। आप यहां पूरी तन्मयता से प्रशिक्षण प्राप्त करें और समाज की सेवा में अपनी भागीदारी निभाएं। रांची और साहेबगंज में जल्द नर्सिंग कॉलेज का उद्घाटन होगा। दास शनिवार को सरायकेला-खरसावां स्थित राजनगर में नर्सिंग कौशल कॉलेज के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरी तत्परता से कार्य करते हुए आपका नियोजन सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल का निर्माण किया। हमारे कार्य करने की गति का आकलन आप कर सकते हैं। 67 साल में मात्र तीन मेडिकल कॉलेज और पांच वर्ष में पांच मेडिकल कॉलेज का निर्माण, जिनमें में से दो निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की कल्याण गुरुकुल से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को नियुक्ति पत्र मिला है। आप अन्य राज्य में जाकर कार्य करेंगे। थोड़ा संघर्ष होगा। यह जरूरी भी है। क्योंकि संघर्ष आपके मजबूत करेगा। राज्य में 25 कल्याण गुरुकुल विभिन्न जिलों में 12 ट्रेड में युवाओं को हुनरमंद बना रहें हैं। ये प्रशिक्षण समय की मांग के अनुरूप मिल रहा है। 100 प्रतिशत नियोजन सरकार सुनिश्चित कर रही है। आज डिग्री के साथ साथ युवाओं को हुनरमंद होना भी जरूरी है। दास ने कहा कि हम ज्ञान आधारित युग में जी रहें हैं। जिसके पास ज्ञान होगा उसकी मांग हर जगह होगी। आपको ज्ञान आधारित युग के साथ कदम से कदम मिला कर चलना होगा। कॉलेज में आपको नर्सिंग से सम्बंधित प्रशिक्षण प्राप्त होगा। प्रशिक्षण के बाद आपको मानव सेवा का अवसर मिलेगा। आप अपने व्यवहार से मरीजों का हौसला बढ़ाने का कार्य करें। उनके रोग को अपने मृदु व्यवहार से कम करें। क्योंकि मरीज के इलाज में आपका व्यवहार अहम होगा। पूरी ईमानदारी और समर्पण भाव से कार्य करें। मैं प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 120 बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच साल झारखण्ड में स्थिर सरकार रही। इस स्थिरता का परिणाम है कि राज्य को विकास की गति मिली। सरायकेला में आज एक अरब से अधिक रुपये की योजना का शिलान्यास व उद्घाटन हुआ। यह सिर्फ सरायकेला की ही बात नहीं सभी जिलों में विकास के हुए हैं और हो रहें हैं। घर- घर बिजली पहुंची, लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिली, महिलाओं को धुआं से मुक्ति मिली, बच्चियों को लाभ मिल रहा है, किसान प्रफुल्लित हैं। यह सब राज्य की जनता की वजह से हुआ क्योंकि उन्होंने एक मजबूत और स्थिर सरकार दी।

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