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लगातार बारिश से ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान ढहे, सड़कों पर पानी

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लगातार बारिश से ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान ढहे, सड़कों पर पानी

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में बाढ़ का नजारा दिख रहा है। सड़कों पर जल जमाव हो गया। नालियां बज-बजा रही हैं। लगातार बारिश से राज्य की कई नदियां उफान पर हैं। बारिश के कारण राजधानी की सभी सड़कों पर नदी सा नजारा देखने को मिल रहा है। शुक्रवार दोपहर से जो झमाझम बारिश शुरू हुई वह रविवार दिन भर जारी रही। लागतार बारिश से लोग घरों में कैद हो गए हैं। रविवार छुट्टी का दिन होने के कारण और बारिश से सड़कों पर अन्य दिनों की तुलना में चहल कदमी कम दिखी। बारिश से राजधानी की कई सड़के जलमग्न हो जा रही है। शहर की कई सड़कों ने तालाब का रूप धारण कर लिया है। राजधानी में 40 मिमी से अधिक बारिश हुई है। इधर, ग्रामीण इलाकों के कई लोगों के कच्चे मकान ढह गये हैं। कई मुहल्लों व बस्तियों में नाले का पानी सड़क पर एक से दो फीट तक बह रहा है, ऐसे बस्तियों व गलियों में हिंदपीढ़ी आजाद बस्ती रातू रोड कर्बला टैंक रोड इस्लाम नगर कांटाटोली गढ़ाटोली बसड़ टोली अंजुमन कॉलोनी सहित कई जगहों के नाम शामिल हैं। गुदड़ीचौक से मिशन चौक के बीच सड़क पर जमा पानी के कारण वहां से गुजरने वाले राहगीरों को काफा परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पहले से बंद व बजबजाती नालियों का किचड़ बाहर आ जाने से सड़कें बजबजा गयी। मौसम वैज्ञानिक आरएस शर्मा ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बंगाल की खाड़ी के उत्तर व आसपास के क्षेत्रों में निम्न दाब क्षेत्र बनने की संभावना है। जबकि 48 घंटों के अंदर यह सिस्टम अत्यधिक प्रभावी होगा। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश व आसपास के क्षेत्रों में समुद्रतल से ऊपर 1.5 व 3.6 किमी. के बीच साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर को राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिलों में कुछ स्थानों पर, जबकि एक अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिमी व मध्य झारखंड के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। लगातार बारिश से जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं। बारिश ने कई गांव को अपने घेरे में ले लिया है।

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