मुजफ्फरपुर : सरमस्तपुर पंचायत में पेयजल संकट से लोगों में मचा त्राहिमाम
सिटी पोस्ट लाइव- ग्राम पंचायत राज सरमस्तपुर प्रखंड सकरा में भीषण गर्मी के कारण भूमिगत जल स्तर के नीचे चले जाने से लोगों में पानी की समस्या से त्राहिमाम मचा है. यहां के सभी नलकूप बंद हो चुके हैं. पीने की पानी के समस्या के कारण लोगों की जिन्दगी दुर्लभ हो गया है. पीएचईडी द्वारा पंचायत में जो जल पाइपलाइन द्वारा सप्लाई किया जा रहा है वह काफी पुराना होने के कारण उसमे जगह-जगह से पानी लीकेज हो रहा है. यहां पाइपलाइन का नवीकरण तथा इसका नवनिर्माण आवश्यक हो गया है. लोगों का कहना है किअगर यहाँ जल मीनार बन जाता तो अत्यधिक आबादी वाला क्षेत्र सरमस्तपुर पंचायत पानी की समस्या से निजात पा सकता है. मीडिया से बात चीत करते हुए शुक्रवार को आइसा प्रखंड अध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा कि हमलोगों ने इसके लिए सकरा विकास पदाधिकारी को आवेदन भी दिए हैं ताकि हमलोगों की समस्याओं का जल्द से जल्द निदान हो.
बता दें कि सकरा के सरमस्तपुर पंचायत के अधिकांश तालाब और पोखरा सूख चुके हैं जिससे पशु पालक और किसानों के समक्ष भी मवेशियों के लिए पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है. इस संबंध में जनप्रतिनिधि ने भी गांव में पेयजल मुहैया कराने की आवश्यकता बताते हुए सरमस्तपुर पंचायत के पी.एच.डी विभाग को हर हाल में जल मुहैया कराने का अनुरोध किया था.
मिली जानकारी के अनुसार सरकारी निर्देश से प्रशासनिक स्तर पर जारी आदेश में सूखे चापाकल को चालू करने के लिए खुदाई कर सिलेंडर लगाने का निर्देश दिया गया था जिससे कि पेयजल की समस्या से निजात मिल सके. लेकिन जिलास्तर से उक्त आदेश को जारी हुए करीब माह बीत चुके हैं लेकिन आज तक पानी निकलना तो दूर सिलेंडर लगाने का कार्य भी प्रारंभ नहीं हो सका है. आज तक पेयजल संकट के प्रति पीएचईडी विभाग भी गंभीर नहीं है.
सकरा प्रखंड के सरमस्तपुर पंचायत के युवाओं द्वारा पानी के लिए संदेश भेजने के बाद दो-चार दिन तक टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई लेकिन विगत कुछ समय से पंचायत में टैंकर का आना भी बंद हो गया है. जलस्तर नीचे जाने के कारण चापाकल से पानी निकलना बंद हो गया है. ग्रामीण स्तर पर किसी एक बोरिग के सहारे काफी कठिनाई के बीच पेयजल की व्यवस्था की जा रही है.
Comments are closed.