सिटी पोस्ट लाइव, पटना: महागठबंधन से बेआबरु होकर निकली मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में इसका एलान किया है। उन्होंने कहा कि जहां अतिपिछड़ा उम्मीदवार होंगे, वहां हमारा कोई प्रत्याशी नहीं होगा। वीआईपी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। मैंने रास्ता खोल कर रखा है। मेरी उपेंद्र कुशवाहा से बात हो रही है। अन्य लोगों से भी बातचीत चल रही है। मैं चिराग पासवान के साथ भी जा सकता हूं। उन्होंने कहा कि सोमवार तक सारी स्थिति साफ कर दूंगा। लालू जी होते तो ऐसी स्थिति नहीं होती।
सहनी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने हमारे साथ जो गलती की है, मैं उनके साथ कभी राजनीति नहीं कर सकता। साथ ही यह भी कहा कि तेजप्रताप का नेतृत्व हुआ तो मैं भविष्य में उनके साथ राजनीति कर सकता हूं। तेजप्रताप को उनके परिवार के लोग ही बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिस्कोमान में दुकान खुल चुकी है और वहां से टिकट का सौदा हो रहा है। सहनी ने कहा कि 6 साल से बिहार में संघर्ष कर रहा हूं, हर किसी ने मुझे धोखा दिया है। लालू जी के साथ गठबंधन किया। लोकसभा में भी मुझे धोखा दिया गया। मुझे खगड़िया और मधुबनी की सीट नहीं चाहिए थी, लेकिन मधुबनी से मुझे अपना कैंडिडेट नहीं देने दिया गया। उन लोगों ने कैंडिडेट दिया, इसके बावजूद हम महागठबंधन में बने रहे। सहनी ने कहा कि सन ऑफ मल्लाह किसी के पीछे चलने वाला नहीं है। तेजस्वी ने मुझे बड़ा भाई कहा था। उनको मैं सीएम बनाना चाहता था। लेकिन, तेजस्वी बिहार के युवाओं से कोई मतलब नहीं रखना चाहते हैं, उनको कन्हैया और चिराग पासवान से नफरत है। उनको खुद के अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव से भी नफरत है।
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि जीतनराम मांझी की भी तेजस्वी यादव ने बेइज्जती की है। उपेंद्र कुशवाहा के साथ भी उन्होंने धोखा किया, धक्का मारकर गठबंधन से बाहर किया। मेरे साथ भी षड्यंत्र रचा गया। वर्ष 2019 में कांग्रेस से गठबंधन टूट चुका था, तब मैंने दिल्ली में रहकर गठबंधन को बचाया था। अक्सर मैं गठबंधन के साथ रहा हूं। अपने आवास पर तेजस्वी यादव ने कहा था एक दिन बाद मैं आपके बारे में घोषणा करूंगा, तो मैंने कहा कि ठीक है मुझे डिप्टी सीएम घोषित कीजिए। उन्होंने कहा था कि दोनों एक साथ घोषित कर देंगे, लेकिन उन्होंने मुझे धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने परिवार का नहीं हो सकता है, वह पूरे बिहार के युवाओं का क्या होगा। तेजस्वी कल कह रहे थे कि मैं ठेठ बिहारी हूं, मेरा डीएनए साफ है, लेकिन उनका डीएनए पता चल गया। अपने भाई को तरसा रहे हैं जबकि पूरी पार्टी पर उनका हक है। तेजस्वी ने निषाद समाज को धोखा दिया है। विरासत में धन मिल सकता है, राजनीति नहीं मिलनी चाहिए। जिसमें दम होगा, उसी को सत्ता मिलनी चाहिए।
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