हमें संविधान में निहित आदर्शों और अधिकारों की रक्षा करनी होगी : राज्यपाल
हमें संविधान में निहित आदर्शों और अधिकारों की रक्षा करनी होगी : राज्यपाल
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि कानून सामाजिक व्यवस्था का साधन है। यह वह माध्यम है जिसके द्वारा समाज में व्याप्त बुराइयों का निराकरण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता एक सोच की है जो कानून का उपयोग इन बुराइयों के उन्मूलन के लिए करें। इसके लिए यह जरूरी है विद्यार्थी सामाजिक समस्याओं के प्रति सजग और जागरूक रहें। राज्यपाल शनिवार को नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि देश के संविधान निर्माताओं ने एक ऐसे भारत की कल्पना की थी जहां कानून के समक्ष सब लोगों की समता तथा सबके लिए न्याय दो ऐसे स्तंभ हैं, जो समाज के हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी रक्षा की जिम्मेदारी आप सभी कानून के विद्यार्थियों पर है। हमारा संविधान उन आदर्शों का परिचायक है जिसका पालन कर हम एक आदर्श समाज की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने संविधान में निहित आदर्शों और अधिकारों की रक्षा करनी होगी और इस काम में कानून के छात्रों का योगदान अत्यंत आवश्यक है। राज्यपाल ने उपाधि ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। समारोह में 328 डिग्रियां बांटी गई इसमें 86 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिला यह डिग्री वर्ष 2016, 2017 और 2018 सत्र के बीए, एलएलबी और एलएलएम के विद्यार्थियों के बीच बांटी गई। दीक्षांत समारोह में झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस अनिरुद्ध बोस सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Comments are closed.