कन्हैया ने केंद्र पर साधा निशाना, देश में बेरोजगारी ने पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
सिटी पोस्ट लाइव : मंगलवार कन्हैया कुमार ने बेगूसराय के वासुदेवपुर, हैबतपुर, मोहनपुर, बनद्वार, अभोर, परना, चाँदपुर, कुसमहौत, लाखों, सूजा, सांख, कैथ, तरैया, जिनेदपुर, खम्हार आदि में जनसभाओं को संबोधित किया। वे जहाँ-जहाँ गए, युवाओं, महिलाओं आदि ने अपार उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। उनकी सभाओं में जुटी भीड़ ने इस धारणा को गलत साबित किया कि देश की युवा पीढ़ी राजनीति में दिलचस्पी नहीं लेती है। कन्हैया कुमार ने जनसभाओं में रोजगार के मुद्दे की अनदेखी के मसले पर वर्तमान केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस देश में बेरोजगारी ने पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है वहां देश को नफरत की राजनीति में उलझाने वाले लोग देश को खोखला कर रहे हैं।
उन्होंने भाजपा पर यह आरोप लगाया कि यह पार्टी मुट्टी भर धन्नासेठों के लिए करोड़ों किसान-मजदूरों को कमजोर करने वाली नीतियाँ लागू करके लोगों का असली मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए कभी बयानबाजियों का सहारा लेती है तो कभी हिंदू-मुस्लिम विवादों का। आज कई लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं, नोटबंदी के बाद लाखों भारतीयों का रोजगार छिन गया और अल्पसंख्यकों को न्याय नहीं मिल रहा। ऐसे तमाम मुद्दों पर सवाल करने वालों पर झूठे आरोप लगाने वालों का सच जनता के सामने आ गया है। कन्हैया कुमार ने लोकतंत्र में जनता की एकजुटता को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया।
कन्हैया कुमार ने अपनी जनसभाओं में बेगूसराय की स्थानीय समस्याओं की अनदेखी के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि बेगूसराय के युवा लंबे समय से यहां दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग करते आए हैं। बेगूसराय में बंद पड़े कारखानों को खुलवाने और ऑर्गैनिक खेती को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कन्हैया कुमार ने बेगूसराय को पूर्वोत्तर का प्रवेश-द्वार बताया। उन्होंने वर्तमान दौर की राजनीति में भ्रष्टाचार की संस्कृति पर चोट करने वाली बातें भी कहीं। उन्होंने कहा कि सबको पाकिस्तान भेजने की बात कहने वाले वीजा मंत्री ने अपने घर में 50 हजार रुपये की चोरी की रपट लिखवाई और बाद में चोर के पास एक करोड़ से ज्यादा रुपये मिले।
कन्हैया कुमार ने अपने चिर-परिचित मजाकिया अंदाज में कहा कि भाजपा के नेता विकास को अपने घर से निकलने ही नहीं दे रहे हैं। उन्होंने यह बात भी जोड़ी कि ‘मुद्रा विकास योजना’ दिखाने वाले मंत्री जी ने उद्यमों का इतना बुरा हाल किया है कि बेरोजगारी आज चरम पर है। कन्हैया कुमार ने भाजपा के नेताओं पर यह आरोप लगाया कि एक तरफ तो भाजपा के बड़े नेताओं और उनके रिश्तेदारों की संपत्ति कई गुना बढ़ रही है तो दूसरी तरफ किसान कर्ज नहीं चुका पाने के कारण खेत में आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने इस शर्मनाक स्थिति को बदलने के लिए युवाओं से राजनीति में सक्रिय होने की अपील करते हुए कहा कि जब राजनीति आपका भविष्य तय करती है तो यह तय करना भी आपकी ही जिम्मेदारी है कि आपकी राजनीति कैसी हो।
उन्होंने कहा कि जिस देश में 35 साल से कम उम्र के युवाओं की आबादी 65% से अधिक है वहाँ देश की दशा सुधारने के लिए युवाओं का तमाम क्षेत्रों में बहुत सक्रिय होना जरूरी है और राजनीति भी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। कैंपसों में जिस तरह फीस वृद्धि, सीट कटौती आदि का विरोध करने वालों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर उन्हें सजा दी जा रही है, उसे देखते हुए यह बात बिना किसी संदेह के कही जा सकती है कि आरएसएस वर्तमान सरकार के जरिए एक ऐसा समाज बनाना चाहता है जिसमें करोड़ों लोग मुट्ठी भर लोगों की गुलामी करते हुए न तो उच्च शिक्षा पाने का अपना सपना पूरा कर सकें और न ही मुख्यधारा में शामिल होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर सकें।
कन्हैया कुमार ने भाजपा पर रोहित वेमुला की सांस्थानिक हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने उन तमाम लोगों को बचाने का काम किया जिन्होंने रोहित वेमुला का जातिगत उत्पीड़न करके उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर किया था। उन्होंने जनसभाओं में यह सवाल भी उठाया कि जब रोहित वेमुला और नजीब की माँओं को न्याय मांगने के कारण सड़कों पर घसीटा जा रहा था तब भाजपा के नेता हाथ पर हाथ धरकर क्यों बैठे थे। कन्हैया कुमार ने देश की प्रगति के लिए शिक्षा, चिकित्सा, खेती-किसानी आदि को बजट में सबसे ज्यादा अहमियत देने की बात करते हुए कहा कि हमारा देश न केवल भुखमरी से लड़ने के मामले में एशिया के कई देशों से पिछड़ता जा रहा है बल्कि बेरोजगारी, महँगाई आदि के कारण हम खुशहाली सूचकांक वाली सूची में भी नीचे के पायदान पर नजर आ रहे हैं।
बेगूसराय से सुमित कुमार की रिपोर्ट
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