पर्यावरण प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान प्लस्टिक का है : कमांडेंट
सिटी पोस्ट लाइव, खूंटी: सीआरपीएफ 94 बटालियन के कमांडेंट ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान प्लस्टिक का है। आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से परेशान है। दुनिया में तीन सौ मिलियन टन से अधिक प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। इसमें से आधा सिंगल यूज प्लास्टिक होता है, जिसका सिर्फ एक बार ही प्रयोग किया जा सकता है। हमारे द्वारा फेंके गये प्लास्टिक नदी, नाले में पहुंचकर सीवरेज सिस्टम को बाधित कर देते हैं। इसलिए हमारी अपील है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दें। कमांडेंट बुधवार को सीआरपीएफ कैंप परिसर में आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जितने प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, उसमें से मात्र 12.13 प्रतिशत प्लास्टिक की ही रिसाइक्लिंग होती है, बाकी प्लास्टिक जमीन के अंदर पड़ा रहता है। उन्होंने मौके पर उपस्थित स्कूली बच्चों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग अपने परिजनों समेत आसपास के लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए जागरूक करें।कमांडेंट ने घोषणा की कि आज से 94 बटालियन कैंपस पूरी तरह से नो प्लास्टिक जोन होगा। अब यहां किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा।
बच्चों ने लगाई प्रदर्शनी
कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने पर्यावरण संबंधी प्रदर्शनी लगायी। इसमें प्लास्टिक के विकल्पों का प्रदर्शन किया गया। बच्चों ने बताया कि प्लास्टिक के स्थान पर कागज, पत्तल आदि का उपयोग किया जा सकता है। कमांडेंट ब्रजेश कुमार सिंह ने बच्चों द्वारा लगाए गए स्टाल का निरीक्षण किया और उनके प्रदर्श के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
सीआरपीएफ ने लगाई हथियारों की प्रदर्शनी
सीआरपीएफ के जवानों ने युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगायी। प्रदर्शनी में रखे स्टेन गन, एके 47, एके 56 और मोर्टार आदि अत्याधुनिक हथियारों के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई।
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