सिटी पोस्ट लाइव, देवघर: देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में वीडियो कोंफ्रेंसींग के माध्यम से देवघर जिला अन्तर्गत विभिन्न प्रखण्डों के कस्तुरबा गांधी विद्यालय की बच्चियों, शिक्षकों, विद्यालय के प्रबंधक एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन परिचर्चा सह बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में देवघर जिला अंतर्गत घटते लिंगानुपात, महिला सशक्तीकरण, दहेज प्रथा का कारण और निवारण, बेटा व बेटियों में असमानता का कारण और निवारण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान विभिन्न कस्तुरबा गांधी विद्यालय की बच्चियों, स्कूल के शिक्षकों द्वारा अपने विचार और बेटियों के बेहतरी हेतु कई सुझाव उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए गए। इस दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने अपने-अपने विद्यालयों में बेहतर कर रही बच्चियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए उज्जव भविष्य हेतु शुभकामना व बधाई दी गयी।
इसके अलावे बच्चियों से बातचीत करते हुए उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि समाज से बेटे-बेटियों में असमानता की सोच को बदलने की जरूरत है। आज बेटियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं। सरकारी स्तर से बेटियों के प्रोत्साहन के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसका लाभ बेटियों को मिल भी रहा है। उन्होंने कहा कि बेटा हो या बेटी, दोनों का समान अधिकार है। देवघर जिले में कई ऐसी महिलाएं हैं, जो किसी न किसी क्षेत्र से जुड़कर बेहतर कार्य करते हुए अपने क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
जिला, राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की बेटियों ने नाम रौशन किया है। स्कूल की बच्चियों को प्रोत्साहित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि हर किसी में कुछ न कुछ प्रतिभा है, जरूरत है अपने अंदर छिपी प्रतिभा की पहचान कर आगे बढ़ने की। विषम परिस्थितियों में भी लोग मेहनत के बूते लक्ष्य को प्राप्त किए हैं। आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा की जरूरत होती है, आप खुद अपने लिए प्रेरणा बनें। सकारात्मक सोच के साथ अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़ें। उपायुक्त ने खुद की परिस्थितियों को बयां करते हुए बच्चियों को लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि समस्याओं पर विचलित होने के बजाय समाधान ढूंढने की आवश्यकता है। साथ हीं शिक्षकों के का माध्यम से सभी अभिभावकों से भी आग्रह होगा कि बेटियों को आगे बढ़ाने में हर संभव सहयोग करें, ताकि बेटियां अपने परिवार के साथ अपने समाज और राज्य का नाम रौशन करें।
ऑनलाइन बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बच्चियों को संबोधित करतें हुए कहा की जिले में विगत 5 सालों में लिंग अनुपात मे काफी कमी आई है जो चिन्तनीय है। जिले अंतर्गत लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या में कमी दर्ज किया जाना निश्चित ही चिंताजनक है। गर्भ में ही भ्रूण की हत्या करना महापाप है, जिस पर रोक लगाना अति आवश्यक है। इसके लिए जरूरी है कि आप सभी जागरूक बने और अपने अभिभावकों व अपने समाज को बेहतरी की और ले जाने में अपना योगदान सुनिश्चित करें। आगे उपायुक्त ने कहा कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला, प्रखण्ड व पंचायत स्तर पर सभी विशेष शपथ ग्रहण करेंगे कि वो खुद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से लिंग परीक्षण या भू्रण हत्या में सहभागिता नहीं करेंगे।
अगर पता चलेगा तो इसकी सूचना प्रशासन को देंगे। इसके अलावे आगामी 10 मार्च से मंदिर प्रांगण मे थर्मोकॉल के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया जायेगा, जिसके बाद आगामी 10 अप्रैल से मंदिर क्षेत्र अन्तर्गत प्लास्टिक के उपयोग को बंद किया जायेगा, जिसमें आप सभी बच्चियों का सहयोग आपेक्षित है, ताकि प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव को समझते हुए अभी से इसके उपयोग को न कहें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
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