सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ बामसेफ, इमारत-ए-शरिया सहित 34 संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का रामगढ़ में असर नहीं दिखा। बुधवार को यहां सामान्य दिनों की तरह वाहनों का परिचालन हुआ और दुकानें खुली रही। यहां तक कि किसी भी संगठन या राजनीतिक दल के द्वारा जुलूस या प्रदर्शन नहीं किया गया। हालांकि भारत बंद को लेकर जिला प्रशासन पहले से ही मुस्तैद था। रामगढ़ डीसी संदीप सिंह के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने धारा 144 की प्रक्रिया पूरी की थी। रामगढ़ शहर में थाना प्रभारी विपिन कुमार के नेतृत्व में पेट्रोलिंग पार्टियों को भी अलर्ट रखा गया था। इसके अलावा रजरप्पा थाना क्षेत्र में विशेष तौर पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया था। यहां चितरपुर में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर विरोध होने की सूचना थी, लेकिन किसी ने भी विरोध प्रदर्शन नहीं किया। भारत बंद का ऐलान करते हुए बामसेफ के नेताओं ने कहा था कि केंद्र की तानाशाह सरकार नागरिकता संशोधन कानून की आड़ में संविधान के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसका राजनैतिक फायदा उठाने के लिए दिल्ली चुनाव में इसका इस्तेमाल कर रही है। इस पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए। इसके अलावा केंद्र सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान के साथ छेड़छाड़ कर रही है जो किसी भी दृष्टिकोण से देश हित में नहीं है। लेकिन यह सारी बातें कोरी साबित हुई और बुधवार को पूरे जिले में कहीं भी कोई भी व्यक्ति विरोध करने सड़क पर नहीं उतरा।
सीएए के खिलाफ भारत बंद का रामगढ़ में नहीं दिखा असर
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