पुल ध्वस्त होने के कारणों की जांच के लिए टीम गठित
डीसी ने डीडीसी की अध्यक्षता में बनाई चार सदस्यीय टीम
पुल ध्वस्त होने के कारणों की जांच के लिए टीम गठित
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़: मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2015 – 16 में महेशपुर प्रखंड के बांसलोई नदी पर चंडालमारा – घाटचोरा पथ पर निर्मित पुल के सोमवार को ध्वस्त हो जाने के मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने इस बाबत एक जांच टीम गठित की है। जांच टीम में उपविकास आयुक्त राम निवास यादव समेत अपर समाहर्ता जय किशोर प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी प्रभात कुमार, कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग पाकुड़ शामिल हैं। उपायुक्त ने पुल के ध्वस्त होने के कारणों की गहनता से जांच कर जांच टीम को इसके लिए दोषियों को चिह्ननित करते हुए स्पष्ट प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर समर्पित करने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि 5.98 करोड़ रुपये की लागत से बने पुल की मियाद तकरीबन 50 साल आंकी गई थी लेकिन महज चार वर्षों में ही इसके ढह जाने के चलते कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। महेशपुर के विधायक प्रोफेसर स्टीफन मरांडी ने इसे लेकर सीधे सीधे पुल निर्माण कंपनी व उसके संवेदक की कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि निर्माण के वक्त ही स्थानीय लोगों ने उसके गुणवत्ता को लेकर न सिर्फ अपना विरोध जताया था बल्कि जिला प्रशासन सहित सरकार को भी लिखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय लापरवाही, कमीशनखोरी, बगैर उचित पर्यवेक्षण के चलते ही 50 साल के लिए बनाया गया पुल पांच साल भी टिक नहीं पाया। उन्होंने संबंधित सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग की है।
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