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प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना- गर्भवती माताओं के लिए वरदान

राज्य सरकार का बालिका शिक्षा पर है जोर

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प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना- गर्भवती माताओं के लिए वरदान

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड सरकार गर्भवती माताओं के लिए जननी सुरक्षा योजना के तहत 1400 और केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से  5000 की राशि गर्भवती माता के खाते में जच्चा-बच्चा की सहायता के लिए देती है। इस योजना का लाभ संस्थागत प्रसव से निबंधित अस्पताल में कराने की जानकारी मुख्य प्रशिक्षक जनसंवाद के द्वारा नगड़ी प्रखंड के क्षेत्र और बालालोंग पंचायत के ग्रामीणों को देते हुए बालिका शिक्षा पर जोर दिया और ग्रामीणों को बताया कि राज्य सरकार बेटियों को पढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से 2 साल जन्म से लेकर 2 साल तक के दो बच्चियों को लाल या पीला कार्ड धारी परिवार को लाभ देने के लिए कृतसंकल्प है ।इस योजना से कक्षा 2, 5, 8 और दसवीं कक्षा पास करने पर  5000 की राशि बच्ची के खाते में  राज्य सरकार भेजती हैं, जब बच्ची की उम्र 18 साल हो जाए और इंटर की परीक्षा पास कर लेती हैं या मतदाता सूची अथवा एसईसीसी डाटा में नाम जुडवा लेती है तो  10,000 रुपये की राशी दी जाती हैं, फिर 18 साल के बाद कन्यादान के तहत  30,000 रूपये की राशि शादी के लिए  सरकार देती है।

शादी शगुन योजना- अल्पसंख्यक छात्राओ की उच्च शिक्षा में बनी सहायक
अल्पसंख्यक समुदाय की बालिकाओं के लिए शादी शगुन योजना अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें ₹51000 की राशि शगुन के तौर पर सभी मुस्लिम,ईसाई, जैन, सिक्ख परिवार की  बच्चियों  जो स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेती हैं और 18 साल के बाद विवाह करती है शगुन के रूप है उनको अल्पसंख्यक मंत्रालय के द्वारा ₹51000 की राशि शगुन के रूप में दिए जाते हैंद्य
उपरोक्त सभी योजनाए  गरीब परिवार की  बच्चियों को दिए जाते हैं इनको अपनाकर  लड़के एवं लड़कियों के बीच के अंतर को कम किया जा सकता है यह संदेश बतलाते हुए जिला शिकायत निवारण समन्वयक मुख्यमंत्री जनसंवाद ने कहा कि  झारखण्ड सरकार किसानों के लिए, उनके सम्मान के लिए चलाए जा रहे मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना और प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना से  5000 और  6000 की राशि 1 एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक की खेती योग्य भूमि पर प्राप्त कर सकते हैं जिससे किसानों के आर्थिक बोझ को कम किया जा सकता है। फसल बीमा योजना से प्राकृतिक आपदा या बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फसल नष्ट होने पर या  हाथी द्वारा फसल  रौंदे  जाने पर  फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल को बीमित कर सकते हैं, जिससे उनके नुकसान की भरपाई की जा सके। इस प्रकार से केंद्र और राज्य सरकार, योजनाएं चलाकर  ग्रामीणों के बीच विकास की धारा बहाने का काम कर रही है जरूरत है इन योजनाओं को लेकर आगे बढ़ने की। ऐसे सकारात्मक सोच और संदेश के साथ मुख्यमंत्री जनसंवाद का जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक नगड़ी प्रखंड के चेते एवं बालालोंग पंचायत में किया गया कार्यक्रम के अंत में मुखिया एवं अन्य ग्रामीण महिलाओं ने मुख्यमंत्री जनसंवाद के कर्मियों से आग्रह किया कि पुनः एक बार फिर जागरूकता कार्यक्रम जरूर करवाएं ताकि वैसे परिवार जो आज उपस्थित नहीं हो पाए हैं वे अगले कार्यक्रम में उपस्थित होकर इस योजना से लाभ ले सके।

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