नवरात्र : मां दुर्गा बुधवार से घर-घर बिराजेंगी, माहौल हुआ भक्तिमय
सिटी पोस्ट लाइव : मां दुर्गा बुधवार से घर-घर बिराजेंगी। हालांकि कई दिन पहले से ही शहर की फिजाओं में माहौल भक्तिमय हो गया। इस बार मां का आगमन नाव और गमन हाथी पर हो रहा है, जिसे काफी शुभ माना जा रहा है। वैधृति योग में कलश स्थापना नहीं होता है। अमृत योग सुबह 8.6 बजे तक है। इसलिए इस योग में कलश स्थापना किया जाता है। इस दिन प्रतिपदा सुबह 7.56 बजे तक ही है। 10 अक्टूबर को मां के पहले रूप शैलपुत्री, दूसरे दिन 11 अक्टूबर को ब्रहम्चारणी, तीसरे दिन 12 को चंद्रघंटा, चौथे दिन 13 को कुष्मांडा, पांचवें दिन 14 स्कंदमाता, षष्ठी 15 को कात्यायानी, महासप्तमी 16 को कालरात्री, महाअष्ठमी 17 को महागौरी और नवमी 18 अक्टूबर को सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना होगी। 19 अक्टूबर को दशमी की पूजा व विसर्जन का कार्यक्रम होना है | मंगलवार को दिन भर मंदिरों को सजाने का काम चलता रहा। मंदिरों में लाइटिंग के विशेष इंतजाम हो रहे हैं। मंदिरों को विद्युत चलित झालर व फूलों से सजाया जा रहा है। वहीं घर में कलश स्थापना करने वालों ने घर की साफ-सफाई भी की। शहर के तमाम बाजार पूजा सामगी को लेकर गुलजार हैं। कलश, फूल, माला, नारियल, चुनरी आदि की खरीदारी में लोग जुटे रहे। नवरात्र में मां के नौ स्वरूपों की पूजा की जायेगी। देवी मां की भक्ति में डूबे भक्त नौ दिन तक उपवास करेंगे। कुछ घरों में जहां लोग उपवास नहीं रखते हैं उनके यहां भी नौ दिन तक सात्विक भोजन ही बनता है। इस दौरान लोग लहसुन और प्याज भी वर्जित मानते हैं। उपवास करने वाले कुछ फलाहार तो कुछ सिर्फ तरल पदार्थ पर रहते हैं। इस दौरान कुछ भक्त सेंधा नमक का भी प्रयोग करते हैं।
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