सिटी पोस्ट लाइव: पटना सिटी से देवघर के लिए निकला 54 फीट का कांवर, दर्शन के लिए उमड़े लोग. सावन का महिना चल रहा है .इस महीने हर तरफ शिव भक्ति ही नजर आ रही है.लोग राज्य के कोने कोने से कांवर लेकर देवघर बाबा धाम जा रहे हैं. आज पटना से भी कांवरियों का एक जत्था देवघर के लिए निकला है. आज पटना सिटी के चौक शिकारपुर 54 फीट का काँवर बाबाधाम के लिए निकला तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पडी. पटना सिटी के भद्र गंगा घाट से सैकड़ों श्रद्धालू इस 54 फीट कांवर के साथ बम बम भोलेनाथ का जयकारा लगाते देवघर के लिए निकले तो उन्हें देखने के लिए लोग सडकों पर जमा हो गए. 54 के कांवर को बेहतरीन ढंग से फूलों से सजाया गया है. इस कांवर की ख़ूबसूरती देखते ही बन रही थी.
झारखंड के देवघर का बाबा धाम हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थ-स्थल है. इस शहर को बाबाधाम नाम से भी जाना जाता है क्योंकि शिव पुराण में देवघर को बारह जोतिर्लिंगों में से एक माना गया है. यहाँ भगवान शिव का एक अत्यंत प्राचीन मंदिर स्थित है. हर सावन में यहाँ लाखों शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती है जो देश के विभिन्न हिस्सों सहित विदेशों से भी यहाँ आते हैं. इन भक्तों को काँवरिया कहा जाता है. ये शिव भक्त बिहार में सुल्तानगंज से गंगा नदी से गंगाजल लेकर 105 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर देवघर में भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं.
झारखंड कुछ प्रमुख तीर्थस्थानों का केंद्र है जिनका ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व है. इन्हीं में से एक स्थान है देवघर. देवघर शांति और भाईचारे का प्रतीक है. यह एक प्रसिद्ध हेल्थ रिजॉर्ट है. लेकिन इसकी पहचान हिंदु तीर्थस्थान के रूप में की जाती है. यहां बाबा बैद्यनाथ का ऐतिहासिक मंदिर है जो भारत के बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है. माना जाता है कि भगवान शिव को लंका ले जाने के दौरान उनकी स्थापना यहां हुई थी. प्रतिवर्ष श्रावण मास में श्रद्धालु 100 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा करके सुल्तानगंज से पवित्र जल लाते हैं जिससे बाबा बैद्यनाथ का अभिषेक किया जाता है. देवघर की यह यात्रा बासुकीनाथ के दर्शन के साथ सम्पन्न होती है.बैद्यनाथ धाम के अलावा भी यहां कई मंदिर और पर्वत हैं जहां दर्शन कर अपनी इच्छापूर्ति की कामना की जा सकती है.
Comments are closed.