सिटी पोस्ट लाइव, रांची: रांची भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आज रांची स्थित कांग्रेस भवन में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए सादगी से उन्हें पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि दी गयी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जनसेवा और देशसेवा के कार्यां को आगे बढ़ाने का काम किया था, इसलिए आज उन्हें न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि पूरा देश याद कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेतृत्वकर्त्ता की पहचान भविष्य की जरूरतों को पहचाने और उस दिशा में कदम आगे बढ़ाने को लेकर होती है। तत्कालीन प्रधानमंत्री के रूप में राजीव गांधी ने 21वर्ष की जगह 18वर्ष के विद्यार्थियों-युवाओं को वोट का अधिकार दिया और सूचना क्रांति के माध्यम से बड़े बदलाव की आधारशिला रखी थी, आज दो सेकेंड में दुनिया भर से संपर्क स्थापित हो सकता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विकास योजनाओं के लिए जो 100 पैसे भेजती है, उसमें से 15 पैसे ही गांव तक पहुंच पाते है, इस कथन के पीछे उनके मानस पटल पर यह सोच रही कि गरीबों के कल्याण के लिए खर्च की जाने वाली राशि सही तरीके से लाभुकों तक पहुंचे, इसी सोच के तहत राजीव गांधी ने डीबीटी के माध्यम से योजना के लाभुकों को सीधे मदद पहुंचा कर लोकतांत्रिक व्यवस्था को सशक्त करने की कोशिश की ।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि 21वीं सदी में एक शक्तिशाली एवं उन्नत भारत के स्वप्न दृष्टा युद्ध रहित और सहयोग पूर्ण विश्व के आकांक्षी तथा एक स्वस्थ अंतरराष्ट्रीय संगठन के महान समर्थक राजीव गांधी भारत के ही नहीं वरन विश्व के 1 महान विभूति थे देश की राजनीतिक आर्थिक सामाजिक धार्मिक शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक समस्याओं को राजीव गांधी ने निश्चय और खुले मस्तिष्क से सुलझाने का प्रयास किया प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि भारत को विखंडित करने वाली सांप्रदायिक तथा आतंकवादी गतिविधियों से जूझने और उन पर प्रभाव कारी नियंत्रण स्थापित करने की दिशा में राजीव गांधी जीवन पर्यंत प्रयत्नशील रहे और पूर्ण सफल रहे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा राजीव गांधी स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने भारत को 21वीं सदी में अनु प्रवेश की महत्वाकांक्षी परिकल्पना की थी तथा वैज्ञानिक स्तर पर भारत को सर्वोच्च शिखर पर प्रतिष्ठित करने का संकल्प लिया और पूरा किया था
इस मौके पर एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. उरांव ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पूरे देश में भगदड़ मच गयी है, छात्र, विद्यार्थी, श्रमिक, प्रवासी नागरिक पैदल, साईकिल से और वाहनों से अपने घर की ओर निकल पड़े है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से राज्य में 20-20किमी दूरी पर हाईवे पर दाल-भात केंद्र की व्यवस्था की गयी है। ताकि लोगों को भोजन-पानी उपलब्ध करा कर उनकी समस्याओं को दूर किया जा सका। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के बीच जीवन बचाने के साथ ही जीविका की भी व्यवस्था करनी जरूरी है, इस कारण राज्य सरकार की ओर से सभी गांवों में मनरेगा और अन्य योजनाओं के माध्यम से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए व्यापक प्रयास शुरू किये गये है।
Comments are closed.