जेटली पर राहुल का बड़ा हमला ,बोले खुद माल्या को भगाया या ऊपर से मिला था आदेश. पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दाम के मुद्दे पर विपक्ष का हमला झेल रही मोदी सरकार पर एक और मुसीबत तब आ गई जब देश से फ़रार चल रहा शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी.माल्या के इस बयान के बाद विपक्ष के द्वारा मोदी सरकार पर चौतरफा हमला शुरू हो गया है.इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला बोलते हुए सवाल पूछा है कि जेटली बताएं कि उन्होंने ने खुद माल्या को भगाया या उनको ऊपर से आदेश मिला था.
राहुल यहीं नहीं रुके पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जेटली ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन इस बारे में कुछ नहीं लिखते. वित्त मंत्री मुलाकात के बारे में झूठ बोल रहे हैं. राहुल ने कहा कि हमारे पास साक्ष्य है, हमारे नेता पीएल पुनिया ने दोनों को बात करते हुए देखा था.राहुल ने आरोप लगते हुए कहा कि लुकआउट नोटिस को सिर्फ वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ही बदलवा सकते हैं. वित्त मंत्री ने विजय माल्या को भागने दिया.इस से पहले राहुल ने ट्वीट कर कहा था कि माल्या के तरफ से लगाये गए अति गंभीर आरोपों को देखते हुए प्रधानमंत्री को तुरंत स्वतंत्र जांच का आदेश देना चाहिए. जब तक जांच चलती है तब तक अरुण जेटली को वित्त मंत्री के पद इस्तीफा दे देना चाहिए.
वहीं वित्त मंत्री जेटली ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि माल्या झूठ बोल रहा है.मैंने 2014 से अब तक उन्हें मिलने का टाइम नहीं दिया. जेटली ने कहा कि माल्या उस वक्त राज्यसभा सदस्य था और बतौर राज्यसभा सांसद उसे विशेषाधिकार प्राप्त था जिसका दुरुपयोग करते हुए संसद-भवन के गलियारे में वो,उनके पास आ गया था.जेटली ने फेसबुक पर इस संबंध में अपनी सफाई देते हुए कहा जब मैं सदन से बाहर निकलकर कमरे जा रहा था. वह तेजी से मेरे पास आए और कहा कि समझौते को लेकर मेरे पास एक प्रस्ताव है. लेकिन उनके फर्जी दावों को जानते समझते हुए मैंने कहा कि मुझसे बात करने का कोई फायदा नहीं है. उन्हें बैंकों से बात करनी चाहिए. मैंने उनसे वो पेपर भी नहीं लिए जो उनके हाथ में थे.
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