देवघर के नैयाडीह ग्राम में ग्रामीण जुड़ रहे हैं फूलों के व्यवसाय से
सिटी पोस्ट लाइव, देवघर : जिला प्रशासन की ओर से देवघर हवाई अड्डा के विस्थापित परिवारों को हर संभव सुविधा मुहैया करायी जा रही है। इसके तहत देवघर प्रखण्ड अन्तर्गत नैयाडीह ग्राम में इन विस्थापित परिवारों को बसाने का कार्य किया गया है। सरकार की मंशा इन सभी को बेहतर जीवन एवं आय संवर्द्धन के लिए मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना है। सिर्फ इतना ही नहीं मुख्याधारा से जुड़े जिला प्रशासन सभी का हर संभव मदद करने को तैयार है। इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा विस्थापितों को फूलों के व्यवसाय से जोड़ा गया है। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी को गुलाब, जरबेरा, चमेली व ग्लेडियोलस फूल की खेती की जिम्मेदारी दी गई है। ज्ञात हो कि फूलों के इस रोजगार से जुड़कर विस्थापित प्रतिवर्ष लाखों रुपये कमा सकते हैं। इसमें चमेली व ग्लेडियोलस की खेती तकनीक रूप से होगी एवं फूल तैयार होने के बाद यह एक दर्शीय व प्रशिक्षण स्थल के रूप में इसे विकसित किया जायेगा। इसके तहत जिला प्रशासन के सहयोग से नैयाडीह ग्राम में रहने वाले विस्थापित परिवारों द्वारा वहां खाली पड़ी जमीन पर वृहत स्तर पर बागवानी व फूलों की खेती की जा रही है एवं उनके आय में भी वृद्धि आई है। इसके अलावा यहां स्वयं सहायता ग्रुप बनाकर उन्हें फूलों यथा-गुलाब, गेंदा, डाहलिया, धतूरा आदि की खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रही है, ताकि इन्हें रोजगार के नये अवसर मिलने के साथ-साथ आर्थिक जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायता मिल सके। इसके अलावा इनके द्वारा उत्पादित फूलों का बाजार भी इन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे इन्हें अपनी फूलों की बिक्री करने में आसानी हो रही है। इसके तहत वर्तमान में नैयाडीह के विस्थापितों द्वारा उत्पादित फूलों का प्रयोग बाबा मंदिर में पूजा करने एवं साज-सज्जा के लिए प्रयोग किया जा रहा है|
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