#citypostlive केवटी : अंचल परिसर में शनिवार को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने अपने स्वरचित कविता के इन पंक्तियों के माध्यम से प्रखंड भर से आए राजमिस्त्रियों की कुछ इस तरह हौसला अफजाई की े उन्होंने कहा कि केवल राजमिस्त्री ही आम आदमी की कल्पना को धरातल पर उतारता है। मनुष्य की गाढ़ी कमाई को सस्ती एवं भूकंपरोधी तकनीक का प्रयोग कर मजबूत एवं सुंदर संरचना में परिवर्तित करता है ,ऐसे में इन्हें राजमिस्त्री नहीं आधुनिक विश्वकर्मा कहिए जनाब! कारीगर में वह क्षमता है जो भवनों की कमजोरी के कारण,भवनों की हर बीमारी के कारण एवं उनका इलाज करने की क्षमता रखता है। ऐसे में इन्हें भवनों का डॉ. कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी े राजमिस्त्री केवल ईट ही नहीं दो दिलों को भी जोड़ता है। परंतु इन्हें सालों भर निरंतरता के साथ रोजगार नहीं मिलता है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री व्यास के नेतृत्व में राजमिस्त्रियों के लिए भूकंप रोधी भवन निर्माण पर चलाए जा रहे सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आने वाले दिनों मैं असीमित रोजगार प्रदान करेगा। भवन निर्माण के 99 प्रतिशत बाजार पर राज्यमिस्त्रियों का कब्जा होगा। डॉ. चौधरी ने हर प्रशिक्षण प्रभारी को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उनके अंदर हो रहे हर प्रशिक्षित राजमिस्त्रयों को जोड़ने की सलाह दी ताकि भविष्य में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का अनुश्रवण किया जा सके। अंत में डॉ. चौधरी ने स्वरचित कविता “कारीगर को मान देना चाहिए ” कि सामूहिक गान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की। मौके पर अंचल कर्मी प्रखंड कर्मी मास्टर ट्रेनर बड़ी संख्या में राजमिस्त्री एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
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