नीतीश कुमार का बड़ा एलान-अभिभावक कर्ज नहीं चुका पाए तो शिक्षा ऋण होगा माफ
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर पढ़ाई के बाद छात्रों के अभिभावक पैसे वापस करने के सक्षम नहीं होंगे तो वे ऋण भी माफ कर दिए जाएंगे.गोपालगंज जिले को पॉलिटेक्निक कॉलेज की सौगात देते हुए सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शैक्षणिक संस्थानों को विकसित किया जा रहा है. सात निश्चय के तहत उच्च शिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में केरल से नर्स आती हैं, लेकिन अब बिहार में ही नर्सों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग के बाद बिहार की लड़कियां दूसरे राज्यों में जाकर काम तो करेंगी ही अगर वे चाहेंगी तो देश के बाहर भी जाकर काम कर सकेंगी.
सीएम ने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट से छात्रों को पढ़ने के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. छात्रों को महज चार प्रतिशत, जबकि छात्राओं को महज एक प्रतिशत ब्याज दर पर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से पैसे उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर पढ़ाई के बाद भी छात्रों के अभिभावक पैसे वापस करने के सक्षम नहीं होंगे तो वे ऋण भी माफ कर दिए जाएंगे. सीएम ने कहा कि इंटर के बाद ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड देने का प्रावधान था, लेकिन अब मैट्रिक के बाद भी पॉलिटेक्निक करने वाले छात्रों को इस क्रेडिट कार्ड का लाभ मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ’कभी बिहार का गौरवशाली इतिहास था. इसे ज्ञान की धरती कहा जाता था. आज हमें वही पुराना गौरवशाली सम्मान दोबारा हासिल करना है.’’ उन्होंने जिले में एक इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि करीब 05 एकड़ भूमि में निर्मित इस कॉलेज भवन के निर्माण के लिए भवन निर्माण विभाग को 44 करोड़ 90 लाख की राशि आवंटित की गयी थी. लेकिन भवन निर्माण विभाग ने कॉलेज का निर्माण महज 34 करोड़ रुपये की लागत से ही रिकॉर्ड समय में कर दिखाया है. मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों को बधाई भी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबू बृज किशोर नारायण सिंह के नाम से यह पॉलिटेक्निक कॉलेज उनको श्रद्धांजलि है. आपको बता दें कि बैकुंठपुर के मान टेंगराही गांव में बृज किशोर नारायण सिंह राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना की गयी है.
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग उनका मजाक उड़़ाते हैं, लेकिन बता दें कि शराब पीना उनका मौलिक अधिकार नहीं है. संविधान में लिखा है कि शराब पीना अपराध है.सीएम ने सोशल मीडिया पर हेट कैंपेन चलाने वालों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कुछ लोग देश में कटुता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. वे सोशल मीडिया पर झूठ फैला रहे हैं, लेकिन इससे सचेत रहने की जरूर है.
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