सिटी पोस्ट लाइव : अपने जीवन की आंखिरी सांस गिन रही माता की इच्छा पूरी करने के लिए एक बेटी ने खरमास में अस्पताल के ICU में शादी की है.खरमास में शादी करना निषिद्ध है.लेकिन अस्पताल में भर्ती माता अपनी आँखों से अपनी बेटी की शादी देखना चाहती थी.इसलिए कन्या व वर दोनों पक्ष के लोगों में तत्काल सहमति बनी. एक चुटकी सिंदूर लाया गया और आईसीयू में ही सिंदूरदान की रस्म के साथ चांदनी और सुमित गौरव एक दूजे के हो गए. इसके कुछ देर बाद ही चांदनी की मां ने दम तोड़ दिया.
गुरुआ प्रखंड के चिलोर पंचायत के सलेमपुर गांव के भूतपूर्व सैनिक विद्युत कुमार आंबेडकर के पुत्र सुमित गौरव की शादी गुरारु थाना क्षेत्र के पहरा पंचायत के वाली गांव के ललन प्रसाद की पुत्री चांदनी कुमारी से तय थी. 26 दिसंबर को रिंग सेरेमनी की तिथि निर्धारित थी. लेकिन रिंग सेरेमनी होने की चल रही तैयारी के दौरान दो दिन पहले ही चांदनी की मां पूनम कुमारी वर्मा की अचानक तबीयत इतनी बिगड़ गई .उन्हें गया के अर्श हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया.
लेकिन इलाज के दौरान उनकी स्थिति ज्यादा खराब होने पर आनन-फानन में आईसीयू में ही सुमित गौरव व चांदनी की शादी की रस्म अर्जक विधि से पूरी कर दी गई. गया के अर्श हॉस्पिटल के आईसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रही पूनम कुमारी वर्मा के सामने बगैर मंडप व कलश के खरमास में लड़का के चाचा द्वारा शादी की रस्म कराई गई. सुमित गौरव की शादी हॉस्पिटल को ही साक्षी मानकर हुई है. लोग मंदिर को साक्षी मानकर शादी करते हैं लेकिन अस्पताल में हुई ये शादी चर्चा का विषय बन गई है.
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