सिटी पोस्ट लाइव( अरमान) : परसों यानी 22 अगस्त को ईद-उल-जुहा यानी बकरीद मनाने की तैयारी पुरे देश में जोरशोर से चल रही है. बकरीद को लेकर बाज़ार पूरी तरह से सज गया है. बाज़ार में खरीददारों की भीड़ उमड़ी हुई है. पटना के बाज़ार की रौनक देखते ही बनती है.जगदेव पथ से लेकर पटना सिटी का बकरा बाजार गुलजार है. अपनी अपनी हैसियत के हिसाब से लोग बकरा खरीदने पहुँच रहे हैं. यहां अलग-अलग नस्लों के अलग अलग किस्म के बकरे बाज़ार में उपलब्ध हैं.बाज़ार में में इस बार जमुना पड़ी, बाड़ा बड़ी, तोता परी और लोकल नस्ल के बकरों की खूब मांग है.. ये बकरे यूपी के बलिया, बनारस, इटावा और अलग अलग क्षेत्रों से आए हैं.इनकी खरीददारी के लिए खूब मोलभाव हो रहे हैं. बकरे की खरीद से ही लोगों की हैसियत का अंदाजा लगाया जा रहा है.
हामिद कहते हैं कि तोता परी नस्ल का बकरा की मांग सबसे ज्यादा है जिसकी वजह से इसके दाम आसमान छू रहे हैं.बाज़ार में बिक्रेता भी लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं. किसी ने अपने बकरे का नाम करण-अर्जुन तो किसी ने सलमान-शाहरूख रख दिया है. नाम के हिसाब से ही दाम माँगा जा रहा है. फ़िल्मी सितारों के नाम वाले ये बकरे लोग खूब खरीद रहे हैं. अशफाक अहमद कहते हैं कि उन्होंने शाहरुख़ नाम के बकरे को को सात हजार में ख़रीदा है. उनका कहना है कि नाम के अनुसार यह तंदुरुस्त और सुन्दर भी है. लेकिन सबसे ख़ास बात ये बकरा बाज़ार सबकी हैसियत नाप ले रहा है. यहाँ सात हजार से लेकर दो लाख तक के बकरे बाज़ार में उपलब्ध हैं.
इस्लाम धर्म का खास त्यौहार ‘ईद-उल-जुहा’ दुनिया भर में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन बकरे की कुर्बानी देने की प्रथा है, इसलिए इसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि बकरे की बलि देने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. ईद-उल-जुहा यानी बकरीद खुशी, विशेष प्रार्थनाओं और अभिवादन करने का त्यौहार है. सभी मुस्लिम भाई इस दिन एक-दूसरे के साथ उपहार बांटते हैं. हिन्दू धर्म में दीपावली के दिन जैसे लोग उपहार बाँटते हैं ठीक उसी तरह से बकरीद के मौके पर लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं. एक दूसरे के गले मिलते हैं.
Comments are closed.