सिटी पोस्ट लाइव :उप-चुनाव में प्रचार करने के लिए दरभंगा पहुंचे तेजस्वी यादव से मिलने किन्नर पहुँच गये.अपनी मजबूरी और समस्या को लेकर एक किन्नर सोनकी बड़ी उम्मीद से कुशेश्वरस्थान विधानसभा (Kusheshwarsthan Assembly) के विरौल गांव से चलकर दरभंगा के तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) से मिलने पहुंची थी. जैसे ही तेजस्वी यादव का काफिला अपने लाव-लश्कर के साथ होटल से निकला किन्नर ने तेजस्वी के काफिले को रोक दिया. किन्नर तेजस्वी यादव के गाड़ी के सामने खड़ी हो गई .तेजस्वी यादव से मिलने की जिद्द करने लगी, लेकिन राजद कार्यकर्ताओं ने उन्हें धक्के मार अलग कर दिया. हालांकि किन्नर के हाथ मे दो सौ रुपये की बख्शीस के रूप में रख दिया. किन्नर के साथ जब यह सब हो रहा था तो तेजस्वी यादव अपनी गाड़ी में बैठे हुए मंद- मंद मुस्कुरा रहे थे. उन्होंने किन्नर से मिलने की जरूरत भी नहीं समझी.
इससे नाराज किन्नरों ने तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.एक किनर चंपा कहा कि वे लोग मांग कर अपना भरण पोषण करते हैं. ऐसे में हम अपनी समस्या तेजस्वी यादव के पास रखने आये थे, उनको आशीर्वाद देने आए थे. लेकिन, उनसे न मुलाकात हुई न कोई बात हुई. चंपा किन्नर ने तेजस्वी यादव को घमंडी बताते हुए कहा कि उनके लिए माला लाये वह भी नहीं लिया और गाड़ी पर फेंक दिया. बड़ी दूर से बड़ी उम्मीद के साथ आये थे आशीर्वाद देने ताकि यह मुख्यमंत्री बने, इनके घर खुशियों की बौछार हो, लेकिन मुझे दो सौ रुपये देकर निकल गए. गुस्से भरे लहजे में चंपा किन्नर ने कहा आज के जमाने मे तो सौ दो सौ तो कुत्ते-बिल्ली भी नहीं लेते.
अपनी नाराजगी जताते हुए चंपा किन्नर ने गीत गुनगुना कर कहा दिल के टुकड़े-टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिये. तेजस्वी से मुलाकात नहीं होने के कारण किन्नर चंपा पहले तो तेजस्वी यादव को खूब खरी-खोटी सुनाई, लेकिन बाद में तेजस्वी यादव को आशीर्वाद भी दिया.किनरों की ये लव-हेट की कहानी पुरे विधान सभा में चर्चा का विषय बनी हुई है.
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