सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को छोड़ने को तैयार नहीं. रोज नए नए आरोप लगा रहे हैं. जेडीयू के प्रवक्ता तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे हैं तो तेजस्वी यादव सीधे नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं.अब तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से 20 सवाल पूछे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने जंतर-मंतर से नीतीश कुमार जी से कई सवाल पूछे थे. सुप्रीम कोर्ट ने भी तल्ख़ टिप्पणी की थी. मधुबनी शेल्टर होम से जो लड़की गायब हुई उसकी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार कई मंत्रियों और अफ़सरों को बचाना चाह रहे हैं. मुज़फ्फ़रपुर में जो दरिंदगी हुई उससे पूरा देश शर्मसार है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मुज़फ़्फ़रपुर महापाप कांड पर टिप्पणी की है कि बिहार में बलात्कार कांड State Sponsored है. हर कोने में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. नीतीश कुमार बतायें, State कौन चला रहा है? सुप्रीम कोर्ट की इतनी बड़ी टिप्पणी के बावजूद भी तथाकथित नैतिक पुरुष नीतीश कुमार क्यों चुप है? क्यों कुर्सी से चिपके हुए है? हम नीतीश कुमार से इस्तीफ़ा माँग रहे है क्योंकि उनकी नाक के नीचे यह जघन्य महापाप हुआ है.
उन्होंने कहा कि बिहार के IPRD (सूचना एवं जनसंपर्क विभाग) मंत्री और गृहमंत्री का इस्तीफ़ा मांग रहे हैं. 2005 से बिहार के पीआरडी मंत्री कौन है जिनके कार्यकाल में ब्रजेश ठाकुर के अख़बारों की मात्र प्रतिदिन 200-400 प्रति छपने के बावजूद उसे करोड़ों का विज्ञापन दिया गया? बिहार के PRD मंत्री का 12 वर्षों से ब्रजेश ठाकुर से क्या तालुक्क रहा है? बिना जाँच के उसे जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा विज्ञापन में क्यों लुटाया गया?
तेजस्वी ने कहा कि पीआरडी मंत्री नीतीश कुमार बतायें उन्हें ब्रजेश ठाकुर के अख़बारों में विज्ञापन देने के बदले क्या मिलता था? कैसे मिलता था? क्यों मिलता था? कब मिलता था? कहाँ मिलता था? नीतीश जी बतायें, उसके अख़बार की क्या ख़ूबी थी कि विधानमंडल परिसर में केवल ब्रजेश ठाकुर का ही अख़बार circulate होता था? बाक़ी अख़बार क्यों नहीं?
आगे उन्होंने लिखा है – हम माननीय सुप्रीम कोर्ट से सविनय निवेदन करते है कि वो सूचना जनसम्पर्क विभाग के अबतक रहे सभी अधिकारियों की जाँच में पूछताछ सुनिश्चित करवाये? विशेषत: उनसे जो स्वास्थ्य विभाग के भी प्रधान सचिव रहे है जिनके कार्यकाल में ब्रजेश ठाकुर के NGOs को दिल खोलकर सरकारी फ़ंड मिला है? नीतीश कुमार के उन सभी चेहते अधिकारियों से गहन पूछताछः कर उनके ब्रजेश ठाकुर से संबंधों की जाँच करवाई जाए?
IPRD मंत्री नीतीश कुमार ने अभी IPRD विभाग का सचिव उसी अधिकारी को बनाया हुआ है जो काफ़ी दिनों तक मुज़फ़्फ़रपुर का DM रहा है. इसी अधिकारी ने ब्रजेश ठाकुर की राज़दार मधु वर्मा जो अभी भी ग़ायब है उसे उस वक़्त के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िलाधिकारी और IPRD के वर्तमान निदेशक एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के वर्तमान विशेष सचिव ने समाज कल्याण विभाग से उसी मधु वर्मा को “ज़िला महिला सम्मान” देने की सिफ़ारिश की थी. मुख्यमंत्री उस अधिकारी को अपनी आँख का तारा क्यों बनाए हुए है?
हम बिहार के गृहमंत्री से इस्तीफ़े की माँग करते है. क्योंकि मुज़फ़्फ़रपुर में थाने से चंद मिनटों की दूरी पर ब्रजेश ठाकुर वर्षों से मासूम नादान बच्चियों के साथ दुष्कर्म करवा रहा था. लेकिन पुलिस को ख़बर तक नहीं लगी। यह कैसे संभव है? गृहमंत्री नीतीश कुमार बतायें मुख्य अभियुक्त का नाम नामज़द प्राथमिकी में क्यों नहीं था? पुलिस ने FIR दर्ज करने में ढाई महीने क्यों लगाए? सरकार ने ढाई महीने तक TISS की रिपोर्ट को क्या दबा कर रखा?
तेजस्वी यादव का यह हमला अबतक का सबसे बड़ा हमला मन जा रहा है. वो सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं.गौरतलब है कि नीतीश कुमार के जिम्मे ही सूचना जन-संपर्क विभाग है. इसी को आधार बनाकर वो नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है कि जब मंत्री ब्रजेश ठाकुर को एनजीओ के लिए फंड देने की दोषी हैं तो फिर उसके फर्जी अख़बार को करोड़ों का विज्ञापन देने के लिए नीतीश कुमार क्यों दोषी नहीं हैं?
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