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सवर्णों का धमाकेदार बंद, सभी दलों की उड़ी नींद, जय सवर्ण-जय ओबीसी के लगे नारे

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सिटी पोस्ट लाइव : गुरुवार को आयोजित भारत बंद का बिहार में व्यापक असर दिखा. राज्य के सभी शहरों से लेकर गावों के लोग सड़क पर उतर गए. एसटी/एसी एक्ट के विरोध में और गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर सड़क पर तीसरी बार उतर कर सवर्णों ने सभी राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ा दी है. अबतक तो राजनीतिक दल ही लोगों को जाति के नाम पर गोलबंद करते रहे हैं. लेकिन पहलीबार किसी गैर-राजनीतिक संगठन ने जाति के लोगों को राजनीतिक दलों के खिलाफ गोलबंद एक नयी परिपाटी की शुरुवात की है. भारत बंद के दौरान ‘जय सवर्ण-जय ओबीसी ‘ के लगे नारों से राजनीतिक दलों की नींद उड़ गई है.

इस बंद पर प्रतिक्रिया देने से बीजेपी समेत सभी दलों के नेता बचते दिखे . बीजेपी के दफ्तर का भी बंद समर्थकों ने घेराव किया. बीजेपी के नेता दफ्तर में टला लगाकर फरार हो गए. लेकिन किसी ने खुलकर इस बंद पर प्रतिक्रिया नहीं दी. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव तो बंद के बारे में बुरा भला कुछ भी कहने से बचते दिखे. केवल कांग्रेस पार्टी के नेता सवर्णों की मांग की हिमायत करते दिखे.प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि गरीब सवर्णों को आरक्षण का लाभ मिलाना चाहिए. गौरतलब है कि जिस तरह से हाल के दिनों में सवर्ण अपनी मांगों को लेकर मुखर हुए हैं रामविलास पासवान से लेकर लालू यादव जैसे नेता भी सवर्णों के लिए आरक्षण की मांग का समर्थन करने लगे हैं. गौरतलब है कि एसटी/एसी एक्ट से ओबीसी भी नाराज है. इसलिए वह सवर्णों की मांग के साथ खड़ा दिख रहा है. सवर्ण और ओबीसी की यह गोलबंदी तमाम राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ने वाली है. सबसे ज्यादा चिंता बीजेपी की बड़ी है क्योंकि अभीतक सवर्ण उसी के वोटर रहे हैं.

सवर्णों के भारत बंद का पुरे देश में असर दिखा. बिहार में तो  पूरे राज्य में सड़क और रेल ट्रैफिक पर बुरा असर पड़ा. मुजफ्फरपुर, लखीसराय, शेखपुरा, जहानाबाद, आरा, दरभंगा, सुपौल, सीवान, मोतिहारी समेत सभी शहरों में बंद का व्यापक असर देखा गया. सुबह चार घंटे तक लखीसराय, राजगीर, दरभंगा और आरा में कई ट्रेनें रोकी गई. श्रमजीवी एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से रवाना हुई. दिल्ली जाने वाली उत्तर बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को लहेरियासराय में रोका गया. दानापुर इंटरसिटी को भागलपुर में रोका गया.

एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद का बिहार में भी व्यापक असर देखने को मिला. दरभंगा के बहादुरपुर थाने के हरपट्टी चौक पर सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ है. असामाजिक तत्वों ने गोली भी चला दी. वहां आज भी दो गावों के बीच तनाव कायम है.

ताजा जानकारी के मुताबिक जहनाबाद के वैना गांव में सड़क जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों ने एएसपी संजीव कुमार पर हमला कर दिया जिसमें वो घायल हो गए हैं. नवादा में भी सवर्ण सेना के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई है जिसमें दस से ज्यादा लोग घायल हो गए. उधर आरा में पुलिस के स्वाट दस्ते ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.

पटना के पास नौबतपुर में बंद करा रहे लोगों ने कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ शर्मा के साथ धक्का-मुक्की की. बंद समर्थकों ने एससी-एसटी एक्ट को पुराने स्वरूप में लाने के लिए संसद में हंगामा करने का विरोध किया.

पूरे राज्य में सड़क और रेल ट्रैफिक पर बुरा असर पड़ा. मुजफ्फरपुर, लखीसराय, शेखपुरा, जहानाबाद, आरा, दरभंगा, सुपौल, सीवान, मोतिहारी समेत सभी शहरों में बंद का व्यापक असर देखा गया. सुबह चार घंटे तक लखीसराय, राजगीर, दरभंगा और आरा में कई ट्रेनें रोकी गई. श्रमजीवी एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से रवाना हुई. दिल्ली जाने वाली उत्तर बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को लहेरियासराय में रोका गया. दानापुर इंटरसिटी को भागलपुर में रोका गया.

शेखपुरा जिले में भी एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ भारत बंद को लेकर बरबीघा में सवर्ण मोर्चे की ओर से हटिया मोड़ के पास सड़क जाम किया गया है. इसके कारण यातायात पूरी तरह प्रभावित है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. सड़क जाम रहने के कारण स्कूल की बसें भी जाम में फंसी हैं. यहां से शेखपुरा पटना जाने वाले यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

आरा में भी बंद समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. बंद समर्थक पुलिस के साथ ही भीड़ गए. पुलिस ने उन्हें दौड़ा दौड़ा कर जानवरों की तरह पिटा. पुलिस का कहना है कि बंद समर्थक जबरन दुकानें बंद करा रहे थे. जब उन्हें रोका गया तो पथराव शुरू कर दिया. आरा में पुलिस और बंद समर्थकों के बीच गोलीबारी की भी खबर आई. लेकिन अभीतक आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

पटना पुलिस मुख्यालय ने बुधवार शाम को ही सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एडवाइजरी जारी कर सतर्क रहने के निर्देश दे दिए थे. पिछले दो अप्रैल को एससी -एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ बंद में बिहार में भी काफी हिंसा हुई थी. उसी के बाद से प्रतिक्रिया में सवर्ण संगठन भी एकजुट हो गए.रोड जाम हटाने पहुंचे एएसपी की गाड़ी पर पथराव, एसपी संजीव कुमार आंशिक रूप से घायल, पीएचसी काको में चल रहा इलाज, घोषी थाना के वैना गांव के पास की घटना।

बंद समर्थक जब जबरन दुकानें बंद कराने लगे तो पुलिस के साथ नोकझोंक हो गयी जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इसमें कुछ लोगों को चोटें आईं. बंद समर्थक नगर के मेन रोड में दुकानों को बंद करा रहे थे. घायलों को एसपी ने अस्पताल पुहंचाया. लगभग 20 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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