UP इलेक्शन को लेकर बिहार में घमाशान, जानिये क्या है किसकी तैयारी?
तेजस्वी यादव , मुकेश सहनी से लेकर चिराग पासवान की क्या है यूपी चुनाव को लेकर तैयारी.
सिटी पोस्ट लाइव : उत्तर प्रदेश के चुनाव को लेकर बिहार की सियासत भी गरमा गई है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए राजनीतिक दलों द्वारा अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने का सिलसिला शुरू हो गया है. इसका साइड इफेक्ट बिहार की राजनीति में भी दिखना शुरू हो गया है. यूपी की राजनीतिक तपिश की आंच बिहार की राजनीति में भी गर्माहट लाने लगी है. यूपी में राजनीतिक जमीन तलाशने को लेकर बीजेपी (BJP) के सहयोगी दलों की बेचैनी साफ दिख रही है. जेडीयू (JDU), वीआईपी ने यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.आरजेडी भी यूपी चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कमर कस चुकी है.
बसपा की ओर से पहले भी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जा चुकी है. जेडीयू 51 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वीआईपी नेता मुकेश सहनी यूपी चुनाव के बहाने बिहार में जमकर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं. इसी का नतीजा है कि उन्होंने तेजस्वी को अपना छोटा भाई करार दिया और कहा कि जिस दिन उनकी और लालू प्रसाद की विचारधारा मिल जाएगी उस दिन से वे दोनों मिलकर बिहार में राजनीति करेंगे. वीआईपी ने 165 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है, इनमें से अधिकांश सीटें निषाद समुदाय के प्रभुत्व वाले पूर्वी यूपी में स्थित है. पार्टी ने 25 सीटों पर उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी है. मुकेश सहनी के निशाने पर बीजेपी ही है. उन्होंने बीजेपी को गठबंधन धर्म निभाने की नसीहत दी है.
केन्द्र में जेडीयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह को पार्टी ने बीजेपी से टिकट को लेकर जल्द फाइनल बातचीत करने की जिम्मेदारी दी है.मुकेश सहनी बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं.उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू भी अपनी ताकत आजमाना चाहती है.जेडीयू और बीजेपी दोनों दलों के बीच कोई फॉर्मूला तय नहीं हो पा रहा है. जेडीयू 51 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. केन्द्र में जेडीयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह को पार्टी ने बीजेपी से टिकट को लेकर जल्द फाइनल बातचीत करने की जिम्मेदारी दी है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अगर शीघ्र बीजेपी से समझौते का निर्णय नहीं हो होता है तो जेडीयू के यूपी प्रदेश अध्यक्ष उम्मीदवारों की सूची जारी कर देंगे.
यूपी में आरजेडी खुद चुनाव न लड़ कर समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करेगी. आरजेडी ने ट्वीट कर इसकी झलक दिखला दी है. पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, ” अजय सिंह बिष्ट के जातिवादी राज में 10 प्रतिशत लोगों के लिए ‘सब बा’ लेकिन 90 प्रतिशत लोगों के लिए ‘का बा’? ना आरक्षण, ना रोजगार, ना व्यापार बा, बस चौतरफा अत्याचार, हाहाकार आउर चित्कार बा!.”यूपी में चुनाव प्रचार के लिए तेजस्वी यादव जा सकते हैं.
चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास ने भी यूपी में 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. यूपी लोजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मणिशंकर पांडे के अनुसार पार्टी ने 60 उम्मीदवारों की सूची केंद्रीय इकाई को भेजी है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दे सकता है. मणिशंकर पांडे के अनुसार पार्टी कैडर को जुटाने के लिए विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में डिजिटल अभियान आरंभ किया गया है.
सोशल मीडिया में भी यूपी विधानसभा चुनाव की धमक सुनाई देने लगी है.बिहार की भोजपुरी गायिका नेहा राठौड़ के एक गाने ‘यूपी में का बा’ ने संगीतमय चुनाव प्रचार की धार को तेज कर दिया है.गाने के समर्थन और विरोध में सोशल मीडिया पटा पड़ा है.यूट्यूब ब्लॉगर यूपी चुनाव के बहाने बिहार की जनता के मूड को भांपने की कोशिश कर रहे हैं.वैसे भी यूपी में चुनाव आयोग ने वर्चुअल चुनाव प्रचार की ही अनुमति दी है ऐसे में सोशल मीडिया पर कयासों का दौर दिखना लाजिमी है..लोग अपने पसंद के दल के लिए सोशल मीडिया पर ही मुहिम छेड़ रहे हैं.
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