जिन दलितों का घर जला दिया गया है ,उनसे मिलकर पटना लौटे अशोक चौधरी
कहा कि आरजेडी बिहार को फिर से 1990 के दशक में ले जाना चाहता है
दलितों की रहनुमाई का दावा करने वाले नेता के क्षेत्र में ही दलितों पर अत्याचार हुआ है
नीतीश कुमार दलित के बच्चों को पढ़-लिख कर आईएएस अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे
सिटी पोस्ट लाईव :जेडीयू के विधान पार्षद डॉ. अशोक चौधरी ने राघोपुर के मलिकपुर गांव का दूर करने के बाद आरजेडी पर हमला बोल दिया.जिन दलितों का घर जला दिया गया है ,उनसे मिलकर पटना लौटे अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी बिहार को फिर से 1990 के दशक में ले जाना चाहता है.उन्होंने कहा कि राघोपुर में एक जाति विशेष के लोगों ने इस अग्निकांड को अंजाम दिया है.
अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी दलितों का हितैषी होने का दावा करता है लेकिन राघोपुर के राजद विधायक तेजस्वी यादव को घटना के 72 घंटे बाद भी क्षेत्र में जाकर पीड़ित दलित परिवार का हाल पूछने का भी वक्ता नहीं मिला. विधायक रवि ज्योति और पूर्व विधायक अरुण मांझी के साथ घटनास्थल से लौटे डॉ.चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी दोषी को नहीं बख्शेगी.
डॉ.चौधरी ने कहा कि दलितों की रहनुमाई का दावा करने वाले नेता के क्षेत्र में ही दलितों पर अत्याचार हुआ है. राज्य के लोग 1990 के दशक में बार-बार हुए दलितों के नरसंहार को भूले नहीं हैं. उस समय जिस राजनीतिक दल की सरकार थी, उसी दल के लोग सत्ता पाने की हड़बड़ी में जातीय उन्माद फैलाकर राज्य को फिर से उसी आग में झोंकना चाहते हैं. लेकिन, नीतीश सरकार उनके नापाक इरादों को पूरा नहीं होने देगी.
डॉ.चौधरी ने गया में दलितों पर पुलिस के लाठीचार्ज के सरकार पर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलित के बच्चों को पढ़-लिख कर आईएएस अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री मांझी जैसे जातीय राजनीति करने वाले लोग दलित समुदाय उकसा कर उन्हें अपराधी और उग्रवादी बनाना चाहते हैं. मांझी राज्य में अराजकता फैलाना चाहते हैं.
चौधरी ने कहा कि घटनास्थल का दौरा करने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को स्थिति की जानकारी दे दी है. जिला प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और सुरक्षा देने का आदेश दिया गया है.
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