City Post Live
NEWS 24x7

ममता के खिलाफ FIR दर्ज, ममता ने NRC मामले पर दिया था गृहयुद्ध, खून खराबा की धमकी

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव:  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ममता बनर्जी द्वारा  बंगाल में एनआरसी थोपने की कोशिश करने पर  गृह युद्ध के हालात बन जाने और बड़े पैमाने पर खून खराबा होने की धमकी दिए जाने के मामले में ममता बनर्जी के खिलाफ एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स) के मुद्दे पर असम के डिब्रुगढ़ जिले के नाहरकटिया पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई गई है. ममता पर प्रदेश के साम्प्रदायिक सद्भवना को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ शिकायत बीजेपी युवा मोर्चा के तीन लोगों ने लिखवाई है. शिकायत के मुताबिक ममता असम में NRC की शांतिपूर्ण प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं.

गौरतलब है कि  कल गृहमंत्री से मुलाक़ात के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर बंगाल में एनआरसी थोपने की कोशिश की गई तो गृह युद्ध के हालात बन जाएंगे और खून खराबा होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों से मुलाकात की बात भी कही है. ममता बनर्जी ने कहा, ‘एनआरसी राजनैतिक उद्देश्यों से किया जा रहा है. हम ऐसा होने नहीं देंगे. वे (भाजपा) लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. इस स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. देश में गृह युद्ध, रक्तपात हो जाएगा.’

ममता बनर्जी के इस बयान के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि ममता बनर्जी कहती हैं कि देश में गृह युद्ध हो सकता है. वह स्पष्ट करें कि किस प्रकार का गृह युद्ध होगा. इस मुद्दे पर वह देश की जनता के सामने अपना रुख स्पष्ट करें. आपको बता दें कि असम में रह रहे असली भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही व्यापक कवायद के तहत अंतिम मसौदा सूची में 40 लाख से अधिक लोगों को जगह नहीं मिली है.

इस मुद्दे की गूंज संसद के दोनों सदनों में सुनाई पड़ी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष से अपील की कि वह इस संवेदनशील मामले का राजनीतिकरण नहीं करे क्योंकि सूची उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर प्रकाशित की गई है और केंद्र की इसमें कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि एनआरसी की मसौदा सूची में जिन लोगों के नाम नहीं हैं, उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.