पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव के जरिये जो पत्र मीडिया को जारी करवाया गया है उसका मजमून ये है कि पीएम के विशेष पैकेज में कुल 82 परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें मात्र 4 का काम ही भू अर्जन नहीं होने की वजह से रुका हुआ है.इतना ही नहीं बल्कि इस पत्र के जरिये यह भी साफ़ कर दिया गया है कि पीएम के विशेष पैकेज में जिन 82 परियोजनाओं का जिक्र है, उनकी कुल अनुमानित लागत मात्र 54,700 करोड़ रुपये ही है जबकि ढोल पीता जा रहा है दो लाख करोड़ रुपये का.
सिटी पोस्ट लाईव : शुक्रवार 15 जून को नितिन गडकरी ने आरोप लगाया था कि बिहार सरकार द्वारा जमीन नहीं दिए जाने से पीएम द्वारा बिहार को दिए गए विशेष पॅकेज के तहत दो लाख करोड़ की योजनाओं पर काम नहीं हो पा रहा है.गडकरी ने नीतीश सरकार पर ये कहकर हमला किया था कि बिहार सरकार पीएम द्वारा बिहार को दिए विशेष पॅकेज का इस्तेमाल ही नहीं कर पा रही है और दूसरी तरफ विशेष दर्जा की मांग कर रही है.गडकरी के विशेष पॅकेज के दावे और बिहार में काम नहीं होने के आरोपों का अनोखे अंदाज में नीतीश कुमार ने जबाब दिया है.उन्होंने सीधे गडकरी को जबाब देने और उनके विशेष पॅकेज के दावे को गलत ठहराने की बजाय उन्होंने पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव के जरिये एक ऐसा पत्र जारी करवा दिया है जिससे पीम के दो करोड़ के पॅकेज की पोल खुल गई है.
नीतीश कुमार ने तो खुद इतना ही कहा कि बिहार में सब काम तेज गति से चल रहा है .जमीन अधिग्रहण काम भी समय से पूरा हो जाएगा .लेकिन पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव के जरिये जो पत्र मीडिया को जारी करवा दिया है उसका मजमून ये है कि पीएम के विशेष पैकेज में कुल 82 परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें मात्र 4 का काम ही भू अर्जन नहीं होने की वजह से रुका हुआ है.इतना ही नहीं बल्कि इस पत्र के जरिये यह भी साफ़ कर दिया गया है कि पीएम के विशेष पैकेज में जिन 82 परियोजनाओं का जिक्र है, उनकी कुल अनुमानित लागत मात्र 54,700 करोड़ रुपये ही है जबकि ढोल पिटा जा रहा है दो लाख करोड़ रुपये का. जाहिर है बिहार सरकार ने गडकरी के बिहार के लिए पीएम द्वारा दो लाख करोड़ के विशेष पॅकेज दिए जाने के दावे को गलत करार दे दिया है.दरअसल कोई ब्यान खुद दने की बजाय नीतीश कुमार ने प्रधान सचिव के हवाले से यह पत्र जारी करवा करके मोदी सरकार के विशेष पॅकेज के दावे की पोल खोल दी है.
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