‘चिराग’ के चश्मे से बिहार के विकास को नहीं देखते एनडीए नेता, बयान पर कर रहे पलटवार
सिटी पोस्ट लाइवः 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू-बीजेपी के सहयोगी लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। चिराग सीएम नीतीश कुमार को लगातार आइना दिखा रहे हैं, पलायन और रोजगार के मुद्दे पर सधे शब्दों में निशाना भी साध रहे हैं हांलाकि कभी-कभी डैमेज कंट्रोल के लिए नीतीश कुमार की तारीफ भी कर देते हैं। चिराग पासवान अपने बयानों को जनता का फीडबैक बता रहे हैं हांलाकि एनडीए के दूसरे नेता चिराग पासवान के चश्मेें से बिहार के विकास को नहीं देखते। वे न सिर्फ चिराग पासवान के बयानों से नाराज हैं बल्कि उन पर पलटवार भी कर रहे हैं।
चिराग पासवान ने शनिवार को लोजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह कहा था कि अपनी बिहार फस्र्ट यात्रा के दौरान उन्हें यह फीडबैक मिला कि कई अस्पतालों में ब्लड प्रेशर मापने की मशीन तक नहीं है? डॉक्टर नहीं हैं। अधिसंख्य अस्पतालों में महिला डॉक्टर तो हैं ही नहीं। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ंने कहा कि मैं किसी के वक्तव्य पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता पर सत्य यह है कि बिहार के अस्पतालों में बीपी मशीन की क्या कहें, आधुनिक उपकरण बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं।
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि वक्तव्य तथ्यों पर आधारित होने चाहिए। यह नहीं कि अपनी पहचान के लिए कुछ भी बोला जाए। यह सभी के लिए हैैं। बिहार में हेल्थ सेक्टर में कितना अधिक काम हुआ है यह सभी जानते हैैं। किस तरह 15 साल पहले इंतजाम था और आज क्या है, यह ठीक से समझने के लिए किसी भी व्यक्ति से बात कर समझा जा सकता है। कितनी संख्या में लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में आ रहे, यह सभी को पता है। हो सकता है कि कहीं कोई समस्या दिखी हो पर इसका मतलब यह नहीं कि बिहार में हेल्थ सेक्टर का मामला ही गोल है।
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