देश में बच्चों और महिलाओं के साथ बढ़ रही घटनाओं के खिलाफ केंद्र सरकार ने एक अहम् कदम उठाया है. शिक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि अब एनसीईआरटी किताबों के पहले पन्ने पर स्कूली छात्र पॉक्सो एक्ट के बारे में पढ़ सकेंगे. नये सत्र से इन किताबों के माध्यम से अच्छे बुरे स्पर्श व चाइल्ड हेल्पलाइन के बारे में जानकारी मिलेगी. दरअसल, मेनका गांधी ने प्रकाश जावडेकर से किताबों में पोक्सो को शामिल करने की मांग की थी. छठीं से बारहवीं तक की सभी किताबों के पहले पन्ने पर पोक्सो ई बॉक्स इंफॉर्मेशन दी गई है. इस पहल से छात्रों को पता चल सकेगा कि लोगों द्वारा उन्हें अच्छे बुरे स्पर्श के क्या मायने हैं. यदि इस प्रकार की कोई घटना होती है तो कानून उन्हें क्या दंड देगी.
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