मुख्यमंत्री ने एक डॉक्टर की तरह लोगों से सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा कि केरल से आनेवाला केला या फिर दूसरे फल खाने में सावधानी बरतनी चाहिए.केले के ऊपर अगर कोई दाब आ गया हो तो उसे बिलकुल ना खाएं.मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की खतरनाक बीमारियों से बचने का एक ही रास्ता है अवेयरनेस .
सिटीपोस्टलाईव:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दो चीजों से डर लगता है.एक तो हेलीकाप्टर से और दूसरे निफाह वायरस से.पहलीबार उन्होंने खुलकर अपना डर उन्होंने सबके साथ शेयर किया.रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में नेफाह का आतंक छाया हुआ है.कई लोग मर गए हैं.बड़ा ही खतरनाक बीमारी है.बिहारी देश के कोने कोने में हैं.केरल में भी बहुत हैं.पता नहीं कब कौन इसकी चपेट में आ जाए .चपेट में आकर अगर अपने हर बिहार पहुँच गया तो संक्रमण का बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा.
मुख्यमंत्री ने एक डॉक्टर की तरह लोगों से सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा कि केरल से आनेवाला केला या फिर दूसरे फल खाने में सावधानी बरतनी चाहिए.केले के ऊपर अगर कोई दाब आ गया हो तो उसे बिलकुल ना खाएं.मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की खतरनाक बीमारियों से बचने का एक ही रास्ता है अवेयरनेस .अवेयरनेस बढेगा तो खतरा घटेगा.ये तो नीतीश कुमार के डर का एक मामला हुआ.दूसरा मामला भी जान लीजिये.मुख्यमंत्री जी साल में सैकड़ों उड़ाने हेलीकाप्टर से भरते हैं.चुनावी माहौल हो तो गिनती करना भी मुश्किल.सबको लगता होगा बहुत मजे हैं मुख्यमंत्री के.लेकिन आप जान लीजिये नीतीश कुमार को हेलीकाप्टर पर चढ़ने में मजा नहीं आता बल्कि उन्हें डर लगता है.
एक सरकारी कार्यक्रम में पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों को राज्य की खस्ता हाल सडकों को तुरत दुरुस्त कर लेने का निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें हेलीकाप्टर से बहुत डर लगता है.पता नहीं आप उड़ान पर हैं,कब मौसम खराब हो जाए.मौसम खराब होता है तो हेलीकाप्टर इतना ऊपर नीचे करता है कि दिल बैठ जाता है डर से.मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें मज़बूरी में हेलीकाप्टर से उड़ना पड़ता है,पसंद तो बिलकुल नहीं है.उन्होंने कहा कि ये डर केवल उन्हें ही नहीं बल्कि अधिकारी भी हेलीकाप्टर से कहीं आने से बचने की कोशिश करते रहते हैं.
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