तेजस्वी यादव से नाराज लालू के गुरु पं. शंकर चरण त्रिपाठी ने बना ली है अपनी पार्टी
तेजस्वी यादव से नाराज लालू के गुरु पं. शंकर चरण त्रिपाठी ने बना ली है अपनी पार्टी
सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने ज्योतिष और लालू यादव के गुरु रहे पंडित शंकर चरण त्रिपाठी आरजेडी नेता तेजस्वी द्वारा पार्टी से निकाले जाने से इतने आहत और नाराज हैं कि उन्होंने अपनी पार्टी ही बना ली है. उन्होंने समग्र उत्थान पार्टी का गठन कर लिया है. बाबा का कहना है कि आज तक किसी सरकार ने पाकिस्तान और चाइना दवादा भारत की दखल जमीन को वापस पाने के लिए कुछ नहीं किया. पाकिस्तान और चीन लगातार हमारी जमीन पर कब्ज़ा जमा रहा है. बाबा का कहना है कि उनका मकसद पाकिस्तान और चीन दोनों को सबक सिखाना और अपनी खोई हुई जमीन को वापस लाना है. बाबा की पार्टी का चुनाव चिन्ह तीन पते वाला बेलपत्र होगा. बाबा का कहना है कि यह बेलपत्र भगवन शिव का निवास स्थान है. यह सभी पापों का नाशक है. इसी के सहारे वो भारत की राजनीति की दशा और दिशा बदलेगें.
क्यों नाराज हो गए लालू यादव के राज ज्योतिष, तेजस्वी के बारे में क्या कर दी है भविष्यवाणी
गौरतलब है कि पंडित शंकरचरण त्रिपाठी लालू यादव के कभी राज गुरु हुआ करते थे. लालू यादव उनसे इतने प्रभावित थे कि उन्होंने बाबा को पार्टी का राष्ट्रिय प्रवक्ता बना दिया था. लेकिन लालू यादव के जेल जाने के बाद बाबा को लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने पार्टी से बेआबरू कर निकाल दिया था.पंडित शंकरण चरण त्रिपाठी का कहना था कि सच बोलना उनकी फिदरत में है और सच सुनना तेजस्वी यादव और तेजप्रताप के संस्कार में नहीं है. बाबा ने कहा कि राहुल गांधी के विरोध में बोलने की वजह से उन्हें पार्टी से निष्काषित किया गया.लेकिन सच ये है कि शंकर चरण त्रिपाठी ने राहुल गांधी के पीएम मोदी के गले मिलने पर आपत्तिजनक बयान तो दिया ही साथ ही इससे पहले उन्होंने तेजस्वी यादव को घमंडी कह दिया था .
बाबा ने केवल राहुल गांधी के खिलाफ ही नहीं बल्कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था. पार्टी के स्थापना दिवस पर तेजप्रताप यादव द्वारा पार्टी के तमाम वरीय नेताओं को मास्टर और अपने को प्रिंसिपल बताये जाने से बाबा बेहद नाराज थे.उन्होंने यहाँ तक कह दिया था कि बाप जेल में है और बेटे ताज पहन रहे हैं. ये कैसा संस्कार है ? ताजपोशी तो माँ-बाप की उपस्थिति में होना चाहिए .
दरअसल, पार्टी के स्थापना दिवस में बाबा भी पहुंचे हुए थे. लेकिन उन्हें तेजस्वी यादव ने मंच पर स्थान नहीं दिया. बाबा भड़क गए. उनका ब्राहमणत्व जाग उठा. इस अपमान से चिढ़े बाबा ने तेजस्वी यादव को रावण तक बता दिया था. दरअसल, लालू यादव शंकर चरण त्रिपाठी के ज्योतिष विद्या से प्रभावित होकर पार्टी का प्रवक्ता बना दिया था, लेकिन जब उनका ज्योतिषीय ज्ञान लालू यादव को जेल जाने से नहीं बचा पाया तो लालू परिवार ने उन्हें नजर-अंदाज करना शुरू कर दिया. इधर, लालू परिवार के उपेक्षा से शंकर चरण त्रिपाठी इतना भड़के कि तेजस्वी यादव की तुलना रावण से कर दी. शंकर चरण त्रिपाठी यहीं नहीं रूके, आगे उन्होंने कह दिया था कि घमंड की वजह से इनका रावण जैसा ही नाश होगा.
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