सिटी पोस्ट लाइव : जेडीयू के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन पर तगड़ा हमला बोला है। उन्होंने भोजपुर में घूसखोर महिला सीडीपीओ के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई का हवाला देते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को घेरने की कोशिश की है। वहीं उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के सुशासन में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं है। सरकार लगातार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
ललन सिंह ने ट्वीट किया कि एक समय था जब बिहार में पति-पत्नी की सरकार थी, अधिकारियों को टारगेट दिया जाता था, उनके माध्यम से जनता से वसूले गए टैक्स के पैसे से अरबों की बेनामी संपत्ति अर्जित की जाती थी। ललन सिंह ने इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि आज नीतीश कुमार का सुशासन है। अब भ्रष्टाचारियों की तो खैर नहीं।
एक समय था जब बिहार में पति-पत्नी की सरकार थी, अधिकारियों को टारगेट दिया जाता था, उनके माध्यम से जनता से वसूले गए टैक्स के ₹ से अरबों की बेनामी संपत्ति अर्जित की जाती थी।
आज मा. मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी का सुशासन है, भ्रष्टाचारियों की तो खैर नहीं । pic.twitter.com/J5aTgz82EF
— Lalan Singh (Rajiv Ranjan) (@LalanSingh_1) August 13, 2021
दरअसल इस ट्वीट में जिस लेटर को दिखाया गया है उसके मुताबिक विजिलेंस की टीम ने गुरुवार की दोपहर भोजपुर जिले के तरारी के बाल विकास परियोजना कार्यालय की सीडीपीओ मंजू कुमारी को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। निगरानी ने सीडीपीओ के साथ एक महिला दलाल रीता देवी को भी पकड़ा है, जो सहायिका है। आरोप था कि सीडीपीओ आंगनबाड़ी इमादपुर की आंगनबाड़ी की सेविका नीलम देवी की क्रय पंजी पर हस्ताक्षर के नाम पर महिला दलाल के जरिए रिश्वत ले रही थी।
घूसखोरी में गिरफ्तार सीडीपीओ रोहतास जिले के सूर्यपुरा थाना के गोसलडीह गांव की निवासी है। भोजपुर के पहले बक्सर के नावानगर प्रखंड में कार्यरत थी। एक आंगनबाड़ी सेविका के क्रय पंजी पर पिछले आठ महीने से हस्ताक्षर नहीं हो रहा था, जिसके चलते पोषाहार राशि का आवंटन नहीं हो रहा था। आरोप है कि सीडीपीओ क्रय पंजी पर हस्ताक्षर करने के एवज में 20 हजार रुपये घूस मांगी थी।
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