City Post Live
NEWS 24x7

हार के बाद BJP को राम मंदिर पर अति उत्साह से बचने की BJP को नसीहत और चेतावनी

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

हार के बाद BJP को राम मंदिर पर अति उत्साह से बचने की BJP को नसीहत और चेतावनी

सिटी पोस्ट लाइव : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद अब सहयोगी दलों ने बीजेपी को आँख दिखानी शुरू कर दी है. शिव सेना तो हमलावर है ही साथ ही जेडीयू के तेवर भी काफी तल्ख़ हो गए हैं. जेडीयू ने हार के बाद बीजेपी को मिशन 2019 के मद्देनजर नसीहत के नाम पर चेतावनी दे डाली है. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने अब बीजेपी को राम मंदिर जैसे मुद्दे पर अति उत्साह से बचने की नसीहत तक दे डाली है. त्यागी ने  महंगाई से निपटने की नसीहत देते हुए कहा है कि अपनी रणनीति पर आत्म-मंथन करना होगा. जन-भावना को समझाना होगा.

जेडीयू नेता के सी त्यागी ने बीजेपी को चुनाव नतीजों से सबक लेने की नसीहत दी है. त्यागी ने मध्य प्रदेश के अंदर बीजेपी की हारकी वजह किसानों की नाराजगी बताया है. जेडीयू नेता ने कहा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में दर्जनों किसान आंदोलन हुए. वहां की सरकारों ने इन आंदोलनों को गंभीरता से नहीं लिया. अगर सरकारें गंभीर होतीं तो उन्हें सत्ता से हाथ नहीं धोना पड़ता. त्यागी ने कहा कि एमपी में मंदसौर के किसान आंदोलन को सरकार द्वारा नजर-अंदाज किया जाना महंगा सौदा साबित हुआ है. उन्होंने छत्तीसगढ़ में बीजेपी की हार के पीछे आदिवासियों के अधिकारों में कटौती और जमीन अधिग्रहण जैसे मुद्दे को महत्वपूर्ण बताया.

केसी त्यागी ने यह भी कहा कि मिशन 2019 के मद्देनजर एनडीए के अंदर आपसी तालमेल को पहले से बेहतर करना होगा. एनडीए के घटक दलों की लगातार बैठकर करनी होगी.प्रकाश सिंह बादल और नीतीश कुमार जैसे नेताओं की अहम सलाह को तरजीह देना होगा. त्यागी ने कहा कि बीजेपी को राम मंदिर जैसे मुद्दे पर अति उत्साह और अधीरता से बचना चाहिए. क्योंकि इससे आगामी चुनाव में नुकसान हो सकता है. त्यागी ने यह भी कहा कि देश के अंदर महंगाई को कैसे नियंत्रित रखा जाए और आम आदमी के लिए जरूरत की चीजें कैसे सस्ती हो इसका भी उपाय तलाशना होगा. जेडीयू नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अभी 4 से 5 महीने का वक्त है.इस  चुनावी हार से हमें सबक लेने की जरूरत है. जाहिर है जेडीयू ने ईशारों ईशारों में बीजेपी को धमकी दे दी है कि अगर राम मंदिर को लेकर ज्यादा बखेड़ा किया गया या फिर अध्यादेश लाने की बीजेपी ने कोशिश की तो जेडीयू की राह अलग हो सकती है..

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.