सिटी पोस्ट लाइव :पुरनिया में महादलितों पर धाये गए जुल्म का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है.एलजेपी ने आरोपियों की तुरत गिरफ्तारी की मांग की है. बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मझुआ गांव में अवांछित तत्वों द्वारा की गई आगजनी एवं हत्या की घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने बिहार के पुलिस महानिदेशक, पूर्णिया के आई.जी, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात कर घटना की विस्तृत जानकारी ली.
गौरतलब है कि पूर्णिया के बायसी प्रखंड के अंतर्गत खपड़ा पंचायत के नियामतपुर में 19 मई को एक सेवानिवृत्त चौकीदार मेवालाल राय की हत्या घातक हथियारों के द्वारा कर दी गई थी.महादलितों के 13 घरों को जला दिया गया था. कई लोगों और महिलाओं के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया गया . इस पूरे मामले में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है और अभी तक दो नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है.
डिप्टी सीएम ने जानकारी देते हुए कहा है की जिला प्रशासन के अनुसार सभी 13 पीड़ित परिवारों को सूखा राशन की आपूर्ति करते हुए अनुग्रह अनुदान की राशि मुहैया करायी गयी है. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के मुताबिक मुआवजा की राशि भी उपलब्ध कराई गई है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मृतक सेवानिवृत्त चौकीदार मेवालाल राय के आश्रित को 4,12,500 रुपए मुआवजा की राशि प्रथम किस्त के रूप में भुगतान हेतु कार्रवाई की गई है.
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रभावित 13 परिवारों में से 7 परिवारों को पूर्व में आवास भूमि उपलब्ध कराया गया था, शेष 6 परिवारों को आवास हेतु जमीन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जिला प्रशासन, पूर्णिया के स्तर से की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा सभी पीड़ित व्यक्तियों को भोजन, योग्य लाभुकों को पेंशन योजना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत लाभान्वित करने की कार्रवाई की जा रही है.उप मुख्यमंत्री ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा कि घटना के लिए जिम्मेवार अन्य नामजद आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाए तथा इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं.
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