सिटी पोस्ट लाइवः क्या बिहार में संकट की जमीन पर सियासत की फसल सींचने की कवायद हो रही है? यह सवाल इसलिए है कि संकट के दौर में बिहार की सियासत लगातार गर्म है और आज इस गर्माहट को और बढ़ा दिया बिहार के तीन नेताओं ने। विपक्ष के तीन नेताओं की मीटिंग की वजह से बिहार की सियासी हलचल अचानक तेज हो गयी है। वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी के दफ्तर में बिहार के पूर्व सीएम और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी और रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा पहुंचे थे।
तीनों नेताओं के बीच लंबी मीटिंग हुई है। हांलाकि मीटिंग को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी ने कुछ नहीं कहा। जबकि मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार सरकार एक तरफ यह कह रही है कि वो प्रवासी मजदूरों को लाना चाहती है जबकि दूसरी तरफ अपने नेताओं से यह कहलवा रही है कि प्रवासी मजदूर कोरोना लेकर आ रहा है।
यह सरकार की दोहरी नीति है। बैठक से तेजस्वी के नदारद रहने को लेकर उन्होंने कहा कि इस बैठक में राजनीति को लेकर ज्यादा बातचीत नहीं हुई है। तेजस्वी दिल्ली से लौटे हैं और वे अभी क्वेरेंटाइन है। मुकेश सहनी ने कहा कि संकट के दौर में सरकार जो गलती कर रही है उसको लेकर हम जनता के बीच जाएंगे। नीतीश चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।
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