मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में सुशील मोदी और नीतीश कुमार गंभीर चुप्पी क्यों साधे हुए है ? किन-किन मंत्रियों व सरकारी अधिकारियों के यहां नाबालिग़ लड़कियों को भेजा जाता था, ये खुलासा करने मे किसका डर है ? इसलिए की सत्ताधारी दलों के दिग्गज नेताओं के नाम सुनने मे आ रहे है.
सिटी पोस्ट लाईव :चार दिन बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का ध्यान मुजफ्फरपुर सरकारी बालिका गृह में यौवन शोषण आया है.उन्होंने बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि किन-किन मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के यहां नाबालिग लड़कियों को भेजा जाता था, ये खुलासा करने में किसका डर है? इसलिए कि सत्ताधारी दलों के दिग्गज नेताओं के नाम सुनने में आ रहे हैं.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में सुशील मोदी और नीतीश कुमार गंभीर चुप्पी क्यों साधे हुए है ? किन-किन मंत्रियों व सरकारी अधिकारियों के यहां नाबालिग़ लड़कियों को भेजा जाता था, ये खुलासा करने मे किसका डर है ? इसलिए की सत्ताधारी दलों के दिग्गज नेताओं के नाम सुनने मे आ रहे है.तेजस्वी ने कहा कि केवल मुजफ्फरपुर में ही नहीं बल्कि मोतिहारी और भागलपुर में भी सरकारी बालिका गृह में लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है.लेकिन अभीतक कोई कारवाई नहीं की गई .
गौरतलब है कि पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में सरकार द्वारा संचालित बालिका गृह में रहने वाली बालिकाओं के यौन शोषण और उनके साथ हिंसा का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. यह खुलासा मुंबई की प्रतिष्ठित संस्था ‘टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस’ नें अपनी सोशल ऑडिट रिपोर्ट में किया.इस खुलासे के बाद जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है. इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के आधार पर जिला बाल कल्याण संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने महिला थाने में बालिका गृह का संचालन करने वाले एनजीओ ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ के कर्ता धर्ता और पदाधिकारियों पर केस दर्ज कराया है.
आरजेडी नेता तेजस्वी का आरोप है कि सरकारी बालिका गृह की लड़कियों को बड़े नेताओं और अधिकारियों के पास भेंज जाता था.उन्होंने मांग की है कि बालिका गृह की लड़कियों के आरोपों को सार्वजानिक किया जाए.
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