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अटल बिहारी, बिहार और बक्सर का कनेक्शन, यहीं से करते थे चुनाव अभियान का श्रीगणेश

बक्सर से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करते थे वाजपेयी, यहाँ के लिट्टी-चोखा के थे मुरीद

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सिटी पोस्ट लाइव : देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय राजनीति के अप्रतिम नेता अटल बिहारी वाजपेयी का बिहार और खासतौर पर बक्सर से विशेष संबंध था. अब वो नहीं हैं हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां हमेशा बिहार के लोगों के दिल-दिमाग में रहेगीं. वाजपेयी को बिहार से बेहद लगाव था. जब भी चुनाव में वो बिहार आते थे, सबसे पहले बक्सर से अपना चुनाव प्रचार शुरू करते थे. बिहार की इस एक सीट को लेकर ‘अटल प्रेम’ सर्वविदित था. बिहार-यूपी की सीमा पर स्थित बक्सर लोक सभा सीट  अटल बिहारी वाजपेयी के लिये खास था.जबतक यहाँ से लालमुनी चौबे चुनाव लड़ते रहे ,वाजपेयी उनके प्रचार के लिए आते रहे.

बक्सर का किला मैदान हो या फिर आईटीआई का मैदान अटल, इन दोनों मैदानों या फिर बक्सर जिले के ही किसी आम सभा से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करते थे. बक्सर इस मायने में भी अटल बिहारी वाजपेयी के लिये खास था, क्योंकि ये उनके सबसे करीब माने जाने वाले लालमुनि चौबे की सीट थी. लालमुनि चौबे अब भले ही इस दुनिया में नहीं हों, लेकिन उनके ‘अटल प्रेम’ के किस्से भला कौन नहीं जनता?

बात जब अटल बिहारी वाजपेयी के बिहार कनेक्शन की होती है तो इसमें खानपान का भी जिक्र होता है. शाकाहार और सादा भोजन के शौकीन अटल जी को बिहार के दो डिश खासे पसंद थे. ये दो डिश थे- लिट्टी और बक्सर का पापड़ी.

बक्सर आने पर अटल पापड़ी का स्वाद चखना नहीं भूलते थे. बक्सर प्रवास के दौरान उनका ठिकाना सर्किट हाउस होता था. दरअसल बेसन से बनने वाली मिठाई पापड़ी अपनी मिठास और सोंधे स्वाद के लिये प्रसिद्ध है. बक्सर आने पर वाजपेयी जी के मेनू में लिट्टी-चोखा और पापड़ी जरूर होते थे. लिट्टी के साथ वो चोखा का स्वाद लेना भी नहीं भूलते थे. कई मौके ऐसे भी आये जब उन्होंने बक्सर के सर्किट हाउस में रूकने के बाद विशेष तौर पर लिट्टी चोखा खाने की इच्छा जाहिर की.

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