लालू की बहू ऐश्वर्या की पॉलिटिक्स में इंट्री तय, समधी-समधिन को भी बड़ा राजनीति में ब्रेक
अंदरखाने की खबर: क्यों आरजेडी के पोस्टर से तेजप्रताप गायब, क्या है ऐश्वर्या की राजनीतिक योजना
सिटी पोस्ट लाईव : कल आरजेडी का 21वां स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी के टेक्नीकल सेल के प्रदेश महा-सचिव नसीम अख्तर द्वारा लगाए एक पोस्टर में राबडी देबी के साथ लालू की बहू ऐश्वर्या की तस्वीर लगाए जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. सबसे ख़ास बात ये है कि इस पोस्टर में तेजप्रताप नजर नहीं आ रहे हैं. पार्टी द्वारा छपवाए गए आमंत्रण कार्ड पर भी तेजप्रताप का नाम नहीं है. आमंत्रण पत्र और पोस्टर दोनों से तेजप्रताप के गायब होने और उनकी जगह उनकी पत्नी ऐश्वर्या को जगह दिए जाने को लेकर सियासी हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं. क्या ऐश्वर्या की राजनीति में इंट्री हो रही है ? क्या तेजप्रताप यादव से ज्यादा तरजीह ऐश्वर्या को पार्टी में दी जाने लगी है ? सिटी पोस्ट लाईव ने तहकीकात शुरू की तो पता चला कि ये पोस्टर पार्टी द्वारा नहीं बल्कि पार्टी के टेक्निकल सेल के प्रदेश महा -सचिव नसीम अख्तर के द्वारा लगवाया गया है. उन्होंने पार्टी के निर्देश पर ये सबकुछ नहीं किया. अपने पोस्टर से तेजप्रताप को गायब करने और उनकी जगह उनकी पत्नी की तस्वीर लगाने का उनका निजी निर्णय है. जाहिर इस पोस्टर का ये अर्थ बिकुल नहीं कि तेजप्रताप को पार्टी ने नजर-अंदाज किया है .
जहाँ तक आमंत्रण पत्र में तेजप्रताप का नाम नहीं छपने का मामला है, इसे महज भूल नहीं माना जा सकता. इसका मतलब है कि पार्टी में उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता. वैसे भी इस तरह का आरोप तेज प्रताप खुद लगा चुके हैं कि पार्टी में उन्हें अहमियत नहीं मिलती. प्रदेश अध्यक्ष उनकी नहीं सुनते .लेकिन सिटी पोस्ट लाइव की टीम अपने तहकीकात के बाद इस नतीजे पर पहुंची है कि पार्टी के स्थापना दिवस समारोह से खुद तेजप्रताप ने किनारा कर लिया था. उन्होंने खुद ही पार्टी को अपनी तस्वीर और नाम का इस्तेमाल इस कार्यक्रम में नहीं किये जाने की चेतावनी दे दी थी. लेकिन जब यह खबर बन गई तो लालू यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा.उन्होंने तेजप्रताप को समझाया और इस समारोह में तैयार होने के लिए तैयार किया. फिर तेजप्रताप ने ये कहकर मामले को निबटाने की कोशिश किया कि ये बीजेपी और आरएसएस की चाल है. सवाल, ये उठता है कि क्या आरजेडी के पोस्टर और आमंत्रण पत्र के डिजाईन का काम बीजेपी या आरएसेस को दिया गया था ?
लेकिन ऐश्वर्या का जहाँ तक राजनीति में आने का सवाल है, यह खबर पार्टी सूत्रों के अनुसार पक्की है. ऐश्वर्या एक राजनीतिक परिवार से आती हैं. उनके दादा दारोगा प्रसाद राय बिहार के मुख्यंत्री रह चुके हैं और उनके पिता चन्द्रिका राय बिहार सरकार के प्रभावशाली मंत्री रह चुके हैं. चन्द्रिका राय अभी भी आरजेडी के विधायक हैं. उनकी बेटी ऐश्वर्या, लालू की बहू शैक्षणिक योग्यता में उनके बड़े बेटे से काफ़ी आगे हैं. तेजप्रताप जहां 12वीं पास हैं, वहीं उनकी होने वाली पत्नी ऐश्वर्या राय एमबीए हैं. ऐश्वर्या ने पटना के नॉट्रेडम स्कूल से पढ़ाई की है. तेज़ प्रताप बारहवीं तक की पढ़ाई की है. आखिर इतनी पढ़ी लिखी लड़की ने 12 वीं पास तेज प्रताप यादव के साथ शादी क्यों की ? दरअसल, इसके पीछे ऐशवर्या और उनके परिवार की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि ऐश्वर्या भी राजनीति में अपना करियर बनाना चाहती हैं. उनके पिता चन्द्रिका राय छपरा लोक सभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. इस सीट से लालू यादव चुनाव लड़ते रहे हैं.लेकिन उनके सजायाफ्ता होने से यह सीट खाली है . चन्द्रिका राय उनकी जगह यहाँ से चुनाव लड़ना चाहते हैं. चन्द्रिका राय की पत्नी चन्द्रिका राय के विधान सभा सीट से अपनी किस्मत आजमायेगीं .
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