– केजीबी के एक पूर्व जासूस को जहर देने का मामला
लंदन। इंग्लैंड में खुफिया एजेंसी केजीबी के एक पूर्व जासूस को जहर देने के मामले में रूस और ब्रिटेन के बीच तनाव बढ़ रहा है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस ने पूर्व डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपल को जहर देने के मामले में रूस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने इस हमले को रूस के बदले की आंच बताया है। बोरिस के मुताबिक एजेंट को जहर देना राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से एक संकेत है कि रूस के बदले की आंच से कोई बच नहीं सकता। गौरतलब है कि रूस ने पूर्व डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपल अब भी कोमा में हैं। उनकी बेटी भी अस्पताल में भर्ती हैं। वे सैलिसबरी शहर में एक बेंच पर अचेतावस्था में पाए गए थे। जॉनसन ने विदेश मामलों की प्रवर समिति से कहा कि रूस पाला बदलने वालों को बताना चाहता था कि अगर वे किसी अन्य देश का समर्थन करेंगे तो उनके साथ क्या होगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने ब्रिटेन को हमले के लिए चुना क्योंकि उसने रूस के अनुचित बर्ताव की बार-बार आलोचना की है। गौरतलब है कि पूर्व डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपल को जहर देने के मामले से ब्रिटेन और रूस के संबंधों में तनाव पैदा हो गया है. पिछले हफ्ते ही ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका ने एक संयुक्त बयान जारी कर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से पहली बार रासायनिक हथियारों का आक्रामक इस्तेमाल करने के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया था। पूर्व रूसी जासूस को ब्रिटेन में जहर दिए जाने के मामले पर दोनों देशों (रूस और ब्रिटेन) के बीच गहराए कूटनीतिक तनाव के बीच संभावित रूसी साइबर हमले के खतरे के मद्देनजर ब्रिटेन के बैंकों, ऊर्जा और जल कंपनियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इससे पहले रूस ने बीच शनिवार को ब्रिटेन के 23 राजनयिकों को निष्कासित करने का ऐलान कर दिया था। रूस के विदेश मंत्रालय ने देश में ब्रिटेन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टॉ को तलब कर इस निर्णय की जानकारी दी।
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