सिटीपोस्टलाईव : जेडीयू के प्रमुख प्रवक्ता संजय सिंह को इसबार जीदीयू ने विधान परिषद्का भेजने की जगह किसी और को मौका देने का फैसला लिया है.खबर आ रही है कि जैसे ही संजय सिंह का टिकेट कट जाने की भनक उनके करीबियों को लगी है वो पार्टी के ऊपर दबाव बनाने के लिए संजय सिंह से मिलने पहुँचाने लगे हैं. संजय सिंह के घर पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जयकुमार सिंह ,श्याम रजक और मंजीत सिंह ने कहा कि शाम 5 बजे तक पार्टी का फैसला होना है और उन्हें विश्वास है कि संजय सिंह की अहम्या भूमिका को ध्यान में रखते हुए पार्टी उनके पक्ष में फैसला लेगी.
संजय सिंह का स्टैंड जानने और उनसे सहानुभूति जताने के लिए उनके घर पहुंचे जेडीयू के नेता मंजीत सिंह और श्याम रजक ने कहा कि संजय सिंह पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता हैं और हमेशा पार्टी के प्रति समर्पित रहे हैं..संजय सिंह पार्टी का फैसला सार्वजनिक होने तक पार्टी स्टैंड के खिलाफ कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं हालाँकि उनके समर्थक पार्टी विधायक और नेता उनके घर पहुँच कर पार्टी नेत्रित्व के उप दबाव बनाने में जुट गए हैं. संजय सिंह ने सिटीपोस्टलाईव से कहा कि पार्टी का जो भी फैसला है ,उन्हें स्वीकार है.संजय सिंह ने कहा कि पार्टी के ऊपर हमेशा दबाव रहता है, सबको साथ एकर चलने की .संजय सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई नाराजगी नहीं है कि उनका टिकेट कट गया है.संजय सिंह को मनाने पहुंचे मंजीत सिंह और श्याम रजक ने कहा कि अभी तक उन्हें संजय सिंह के टिकेट काटने की कोई जानकारी नहीं है .संजय सिंह पार्टी के बहुत तेज तरार नेता हैं और हमेशा विपक्ष को माकूल जबाब देते रहे हैं.बिहार सरकार के मंत्री जयकुमार सिंह ने कहा कि संजय सिंह ने यह कहकर अपने बडप्पन का सबूत दिया है कि वगैर किसी पद के वो पार्टी की सेवा करते रहेगें और विधान परिषद्प का टिकेट कट जाने का कोई मलाल नहीं है.
संजय सिंह सबसे पहले लोजपा के टिकेट पर विधान परिषद् पहुंचे थे लेकिन बाद में वो नीतीश कुमार के साथ चले गये. नीतीश कुमार ने संजय सिंह को वर्ष 2012 में एमएलसी बनाया. अब उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है और चुनाव होने हैं. लेकिन इस बार नीतीश कुमार ने उनका टिकट काट दिया है . जदयू कोटे से इस बार तीन उम्मीदवार विधान परिषद्पा में जाएंगे. अभीतक तक जदयू ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है लेकिन संजय सिंह को यह खबर दे दी गई है कि इसबार वो उम्मीदवार नहीं बनाये जा रहे हैं.चर्चा है कि सीतामढ़ी के रामेश्वर कुमार महतो और नागमणि की पत्नी सुचित्रा सिन्हा जेडीयू की उम्मीदवार बन सकती हैं.गौरतलब है कि बिहार में विधान परिषद की टोटल 11 सीटों पर चुनाव होना है. विधानसभा और लोकसभा के आंकड़ों के अनुसार अब तक यही तस्वीर थी कि राजद को 4, जदयू को 3, बीजेपी को 2 तथा कांग्रेस को 1 सीट मिलनी तय है.
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